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UP के कप्तान आर्यन बोले-बदलाव से गुजर रही टीम:अभिमन्यु ईश्वरन ने कहा-इकाना की पिच पर सभी बल्लेबाजों को मिली मदद

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लखनऊ में रणजी ट्रॉफी में यूपी और बंगाल के बीच खेला गया मैच ड्रा हो गया। मैच में बंगाल के ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन ने कहा कि इकाना में ऐसी विकेट थी, जहां पर टीम के 11 बल्लेबाजों के लिए कुछ न कुछ था। इसके साथ ही उन्होंने टीम इंडिया में चयन को लेकर भी बात कही। यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल ने कहा कि हमारी रणजी टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। दोनों खिलाड़ियों ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। पहले बंगाल के ओपनर बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन से खास बातचीत… सवाल: पिछले साल आप चोटिल होने की वजह से सिर्फ दो मैच खेल सके थे। इस बार क्या प्लान है?
जवाब: इस साल हमने शुरुआत की है। पिछले साल के बारे में नहीं सोच रहा। मैं, अपनी टीम के लिए अच्छा खेलना चाहता हूं। विकेट काफी चैलेंजिंग रहा। हमने कोशिश की। हमारे पास में सॉलिड गेम प्लान था। अंत में हमारे साथ में अच्छा हुआ। सीजन में अच्छी क्रिकेट खेलने की तैयारी है। सवाल: फर्स्ट क्लास में लगातार अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं, क्या इंडियन टीम में डेब्यू होने वाला है?
जवाब: (हंसते हुए) टीम में सिलेक्शन होने के बारे में सिलेक्टर ही बताएंगे। मैं, अच्छी क्रिकेट खेलने पर ध्यान दे रहा हूं। टीम की जो जरूरत है, उसी तरह से खेल रहा हूं। सवाल: ईरानी ट्राफी में भी अच्छा परफॉर्म किया, अब रणजी में भी रन बनाए हैं। इकाना की पिच पर क्या कहेंगे?
जवाब: अच्छा स्पोर्टिंग विकेट यहां पर है, जो भी अच्छा अप्लाई कर रहा है, उसके लिए विकेट पर कुछ न कुछ था। यह ऐसी विकेट थी, जिसमें सभी 11 खिलाड़ी गेम में थे। सभी को मदद मिल रही थी। सवाल: सुदीप के साथ एग्रेसिव इंटेंट देखने को मिला, क्या माइंडसेट उस समय था?
जवाब: मैं अच्छा खेल रहा था। ऐसी विकेट पर थोड़ा तैयार रहने की जरूरत होती है। मैच की कंडीशन थोड़ी चैलेंजिंग थी। हम दोनों अच्छी पार्टनरशिप कर टीम के लिए बड़ा रन बनाना चाहते थे। यही हमारा प्लान था और हमने कर दिखाया। सवाल: आपने क्रिकेट कैसे शुरू किया, आपके पिता को भी क्रिकेट बहुत पसंद है?
जवाब: मैं, देहरादून में पैदा हुआ था। वहीं, मेरे पिता क्लब क्रिकेट खेला करते थे। बचपन में उनके साथ रविवार को मैच देखने जाता था। इसके साथ इंडिया मैच को देखने में मजा आता था। मेरे पिता के साथ में मेरी मां, बहन, कोच और दोस्त मेरे लिए सपोर्ट सिस्टम हैं। ऐसे सच्चे लोगों का आपके करीब होना निश्चित तौर पर बेहतर होता है, जो आपको सच्चाई दिखाते हैं और आपके लिए प्रार्थना करते हैं। सवाल: आपने पिछले कई साल में अपने गेम में क्या सुधार किया है?
जवाब: इंडिया ए टीम के साथ में इंटरनेशनल क्रिकेटर्स के साथ में खेलने को मिलता है। निश्चित तौर पर वहां पर बहुत कुछ खेलने को मिलता है। इंडियन टीम के लोगों का पास में होना बहुत अच्छा होता है। इंग्लैंड के खिलाफ खेलना अपने आप को लकी मानता हूं। लार्ड्स में मैच जीतना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। मैं, सीनियर क्रिकेटर्स से बातचीत करता रहता हूं। उनसे सीखता हूं। अब यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल से बातचीत… सवाल: मैच के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब: पहले दिन हम दो सेशन में अच्छा नहीं कर पाए। तीसरे सेशन में हम विपुराज और सौरभ की बॉलिंग से वापस मैच में आए। हमने पहली इनिंग में अच्छी शुरुआत की, लेकिन इसके बाद वह लोग फिर से मैच में वापस आए। हम लोगों ने अच्छी क्रिकेट खेली, लेकिन कुछ रनों से रह गए। पहले मैच में हम 19 रन से रह गए। लेकिन यही क्रिकेट है। ऊपर नहीं होते रहता है। सवाल: आपने तीन डेब्यू खिलाड़ियों के साथ में खेला, यह कितना चुनौतीपूर्ण था?
जवाब: जब आप ऐसा रिस्क लेते हैं तो यह नतीजा देता है। यह एक अच्छा मूव था। हमारी टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। हमें ऐसे डिसीजन कभी न कभी लेने पड़ेंगे। विपुराज, सिद्धार्थ और स्वास्तिक चिकारा ने यह साबित किया कि हमारे पास में वह क्षमता है कि हम बेहतर कर सकें। सवाल: सौरभ लंबे स्पेल की बॉलिंग करते हैं, उन पर क्या कहना है?
जवाब: सौरभ जैसे गेंदबाज का किसी भी टीम में होना अच्छा है। कोई भी कप्तान सौरभ जैसे गेंदबाज होने पर अलग आत्मविश्वास में रहेगा। क्योंकि आपको पता रहता है कि आपके पास में ऐसा गेंदबाज हैं, जो गेम को कभी भी बदल देगा। वह बल्ले से भी टीम में अच्छा योगदान करते हैं।

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