Sunday, April 20, 2025
Latest:
Latest

The Diary Of West Bengal Review: ऐसे खुश नहीं होते सियासी आका, सिनेमा से सॉफ्ट पॉवर हासिल करने का गलत फॉर्मूला

Share News

हिंदीभाषी क्षेत्रों में बरसात के मौसम की सबसे आम कहावत है, जो गरजते हैं, वो बरसते नहीं हैं। एक खास समुदाय को निशाने पर लेने के लिए फिल्में बनाने निकले हिंदी सिनेमा के बरसाती निर्माताओं का भी यही हाल है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *