शरद पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्ष जनकल्याण के लिए सांस, दमा व अस्थमा के पीड़ितों को लगभग 27 वर्षों से दुर्लभ जड़ी बूटी एकत्रित खीर तैयार की जाती है. खीर में अर्जुन के छाल और अन्य जड़ी-बूटियों का मिश्रण किया जाता है. इस खीर का शरद पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर में वितरण किया जाता है.