Interview: ‘हिजबुल से कोई संबंध नहीं, हम हथियार नहीं, किताबें साथ रखते हैं’, जमात-ए-इस्लामी प्रत्याशी का दावा
Share News
गैरकानूनी संगठन जमात ए इस्लामी के नेता 37 वर्ष बाद कश्मीर में चुनाव लड़ रहे हैं। जमात का चुनाव चिह्न नहीं है इसलिए सभी बतौर निर्दलीय मैदान में हैं। इन नेताओं में सायार अहमद रेशी भी हैं