ICF ने वंदे-भारत के स्लीपर कोच का प्रोडक्शन वर्जन दिखाया:15 जनवरी तक तैयार हो जाएगी ट्रेन, 3 से 4 साल में एक्सपोर्ट करने की भी प्लानिंग
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने आज (23 अक्टूबर) वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर कोच का प्रोडक्शन वर्जन पेश किया है। स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेन जल्द ही लॉन्च की जाएंगी। ICF के जनरल मैनेजर, ‘बीजी माल्या ने बताया कि, ये ट्रेन 15 जनवरी तक तैयार हो जाएगी।’ चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री से माल्या ने बताया, ‘फिलहाल भारत में ट्रेनों की मांग इतनी अधिक है कि हमारी ऑर्डर बुक भरी हुई है और हमारे पास एक्सपोर्ट के लिए अधिक ट्रेनें बनाने की क्षमता नहीं है। 3-4 साल में हम एक्सपोर्ट पर भी विचार करना शुरू कर सकते हैं।’ लखनऊ RDSO से सर्टिफिकेट मिलने के बाद चलेगी
ICF जनरल मैनेजर ने कहा, ‘अभी तक हमने चेयर कार रैक का प्रोडक्शन किया है, लेकिन ट्रेन की लोकप्रियता के कारण रेलवे बोर्ड ने हमें स्लीपर वर्जन का प्रोडक्शन करने के लिए कहा है। चूंकि, हमारे पास पहले से ही कई ऑर्डर हैं, इसलिए हम डिजाइन PML के साथ शेयर करते हैं, जो इसकी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। इसके बाद यह कमीशनिंग के लिए यह हमारे पास आता है। यहां से कोच लखनऊ RDSO आउटस्टेशन ट्रायल के लिए जाएंगे, जहां से इसके चलने के लिए प्रमाण-पत्र मिलेगा। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की तस्वीरें… रेल मंत्री ने दिखाया वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का मॉडल
इससे पहले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसी साल 1 सितंबर को वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल की झलक दिखाई थी। वे बेंगलुरु में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) की फैक्ट्री में ट्रेन का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को 800 से 1200KM दूरी की यात्रा के लिए तैयार किया गया है। इसमें यात्री रात करीब 10 बजे चढ़ेंगे और सुबह डेस्टिनेशन पर पहुंच जाएंगे। यह ट्रेन मिडिल क्लास के लिए बनाई गई है। इसका किराया राजधानी के जितना ही होगा। रेल मंत्री बोले- दुनिया की बेहतरीन ट्रेनों में गिनती होगी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि, ट्रेन में कपलर मैकेनिज्म की नई टेक्नोलॉजी लाई गई है। इससे ट्रेन का वेट कम होता है और स्ट्रेंथ बढ़ती है। कपलर दो कोच को जोड़ने वाला हिस्सा होता है। यह ऑस्टेनिटिक स्टील से बना होता है। रेल मंत्री के मुताबिक, ट्रेन को बनाते समय वेट बैलेंस और स्टेबिलिटी का ध्यान रखा गया है। व्हील और ट्रैक के बीच का मैकेनिकल हिस्सा खास तरीके से डिजाइन किया गया है। इससे ट्रेन के अंदर वाइब्रेशन और आवाज कम आएगी। अश्विनी वैष्णव ने दावा किया वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की गिनती दुनिया की बेहतरीन ट्रेनों में होगी। ट्रेन के कोच और टॉयलेट को अपग्रेड किया गया है। ट्रेन में कई सेफ्टी फीचर्स हैं। मेंटेनेंस स्टाफ के लिए एक अलग केबिन बनाया गया है। लंबी दूरी की यात्रा का समय कम होने की उम्मीद
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की लॉन्चिंग के साथ भारतीय रेलवे का लक्ष्य लंबी दूरी की यात्रा का समय कम करना है। खासकर दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता जैसे लंबे रूट पर यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। हालांकि ट्रेन किस रूट पर चलेगी, अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है। ये खबरें भी पढ़ें… PM ने 3 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, ये उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (31 अगस्त) को 3 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इवेंट में शामिल हुए। ये तीनों ट्रेनें चेन्नई से नागरकोइल, मदुरै से बेंगलुरु और मेरठ से लखनऊ के बीच चलेंगी। पूरी खबर पढ़ें…