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Amar Ujala Batras: किस्सा कहने से अलग है ‘दास्तानगोई’, क्या है यह कला, इससे कैसे जुड़ सकते हैं लोग

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मशहूर एंकर और पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने इस हफ्ते दास्तानगोई की कला पर कुछ अनछुए पहलुओं पर चार विशेषज्ञों से चर्चा की। इस पॉडकास्ट को आप अमर उजाला के सोशल मीडिया हैंडल्स पर देख सकते हैं।

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