Friday, March 14, 2025
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रूस का यूक्रेन पर 267 ड्रोन से हमला:जंग के 3 साल पूरे होने पर कीव समेत 13 शहरों पर अटैक; यूक्रेन का जवाबी हमला नाकाम

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रूस ने यूक्रेन पर शनिवार रात एक साथ 267 ड्रोनों से हमला किया। यह हमला यूक्रेन जंग के तीन साल पूरे होने से ठीक एक दिन पहले किया गया है। यूक्रेन के एयर फोर्स कमांड के प्रवक्ता यूरी इग्नात ने कहा कि यह पहली बार है जब रूस ने एक साथ इतने ड्रोन दागे हैं। यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक खार्किव, पोल्तावा, सुमी, कीव समेत कम से कम 13 शहरों में ड्रोन हमला किया गया। यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि रूस ने 3 बैलिस्टिक मिसाइलें भी दागी हैं। बीबीसी के मुताबिक इस हमले में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इमरजेंसी सर्विस के मुताबिक अब तक इसमें 3 लोग घायल हुए हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक खेरसॉन में दो लोग मारे गए हैं। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इसके अलावा क्रीवी रीह में भी एक शख्स की मौत हुई है। क्रीवी रीह एक इंडस्ट्रियल सिटी है जहां यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पैदा हुए थे। इसके जवाब में यूक्रेन ने भी रूस पर हमला किया है। रूस की डिफेंस मिनिस्ट्री ने रविवार को कहा कि यूक्रेन ने 20 ड्रोनों से हमला किया। लेकिन उन्होंने सभी ड्रोन को मार गिराया है। हमले की 4 तस्वीरें… 13 शहरों में रूस का हमला यूक्रेन ने 138 ड्रोन मारने का दावा किया
यूक्रेन की डिफेंस फोर्स ने दावा किया कि उन्होंने 138 ड्रोन्स को मार गिराया है। जबकि 119 डिकॉय ड्रोन थे। डिकॉय ड्रोन हथियारों से लैश नहीं होते हैं। इनका इस्तेमाल दुश्मन का ध्यान भटकाने के लिए किया जाता है।
रूस के हमले के बाद जेलेंस्की ने एक बयान में लिखा- जंग जारी है। उन्होंने क्षेत्र में शांति लाने में मदद मांगी। उन्होंने दावा किया कि इस सप्ताह रूस ने यूक्रेन पर 1,150 ड्रोन, 1,400 बम और 35 मिसाइलें दागी हैं। रूस-यूक्रेन जंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… PHOTOS-VIDEO में रूस-यूक्रेन जंग के 3 साल:एक करोड़ यूक्रेनी बेघर, 20 लाख बच्चे मदद को तरसे; दोनों तरफ 2 लाख से ज्यादा मौतें रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन साल कल पूरे हो रहे हैं। इस जंग में अब तक दोनों देशों के 2 लाख से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं। करीब 8 लाख सैनिक घायल हुए हैं। यूक्रेन के 1 करोड़ से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं। इनमें 20 लाख बच्चे हैं, जो इस युद्ध की त्रासदी से जूझे। यह सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद यूरोप में सबसे बड़ी तबाही है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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