‘वैष्णो देवी मंदिर में शूटिंग करना मुश्किल था’:शबाना आजमी बोलीं- घंटों लाइन में खड़े होते थे, रास्ते में बाथरूम की सुविधा भी नहीं थी
राजेश खन्ना और शबाना आजमी की फिल्म अवतार 1983 में रिलीज हुई थी, जिसे राजेश खन्ना का कमबैक माना जाता है। हाल ही में शबाना आजमी ने इस फिल्म के गाने चलो बुलावा आया है की शूटिंग के दौरान का किस्सा शेयर किया। उन्होंने कहा कि उस समय वहां लंबी लाइनें लगती थीं और रास्ते में कोई टॉयलेट की सुविधा भी नहीं थी। शबाना आजमी ने रेडियो नशा के साथ बातचीत में कहा, ‘उस समय वैष्णो देवी के मंदिर में शूटिंग करना बहुत कठिन था। तब हेलीकॉप्टर की सुविधा नहीं थी। हमें मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल चढ़ाई करनी पड़ती थी। रास्ते में टॉयलेट की कोई सुविधा नहीं थी, जिस कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।’ शबाना ने कहा, ‘क्या आप सोच सकते हैं कि राजेश खन्ना, जो सुपरस्टार थे, वह डालडा के डिब्बों के साथ लाइन में खड़े होते थे? इतना ही नहीं, उस समय ठंड भी बहुत ज्यादा थी। सभी लोग धर्मशालाओं में फर्श पर सोते थे। हमारे पास गद्दे थे। लेकिन उन पर लगभग 12 परतों की कंबल डाली जाती थीं। हम छह परतों से खुद को ढकते थे। इसके बाद भी ठंड महसूस होती थी। उस समय हम सभी एक टीम की तरह थे। किसी के मन में यह नहीं था कि हम सुपरस्टार हैं, तो एडजस्ट नहीं करेंगे।’ शबाना आजमी ने कहा, ‘राजेश और मैं अच्छे दोस्त थे। एक बार हम मीडिया से बात कर रहे थे। वह अंदर आए और हमने देखा कि उन्होंने अपनी टांग पर पट्टी बांधी हुई थी और वह लंगड़ाते हुए चल रहे थे। एक पत्रकार ने यह देखा और पूछा था क्या हुआ उनकी टांग को? तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया था कल मैं घोड़े की सवारी कर रहा था, और घोड़े से गिर गया। उस समय मैं हैरान रह गई और सोचने लगी मैं तो उनके साथ थी, उन्होंने घोड़े की सवारी की शूटिंग कब की?’ शबाना ने आगे बताया, ‘राजेश ने मेरे पैरों को टेबल के नीचे लात मारी और इशारा किया कि चुप रहूं। बाद में उन्होंने कहा मैं गिर गया था, और तुम हमेशा सच क्यों बोलती हो? जाहिर है, मैं पत्रकार को नहीं बताऊंगा कि मेरा पैर धोती में फंस गया, इसलिए मैं गिर गया। मुझे तो अपना पल जीने दो। तुम्हें क्या परेशानी है? यह सुनकर मैं बहुत हंसी।’