जनवरी से NEET-NET जैसे एंट्रेंस जीरो एरर बनाएगी सरकार:शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, आगे एग्जाम में कोई गलती न हो, राज्य सरकारें इस पर करेंगी काम
भारत सरकार राधाकृष्णन समिति की सिफारिशों के आधार पर बिना किसी गड़बड़ी और जीरो एरर प्रवेश परीक्षाओं के लिए सुधार लागू करने जा रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकारों को जीरो एरर एंट्रेंस एग्जाम में सिस्टम लागू करने की बात कही। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार 12 नवंबर को कहा कि केंद्र सरकार देश में हो रहे बड़े एंट्रेंस जैसे NEET/NET एग्जाम में जनवरी से सुधार लागू कर रही है। उन्होंने इसमें राज्य सरकारों से अपना समर्थन देने की भी अपील की। प्रधान ने कहा ‘ राधाकृष्णन पैनल ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में सुधारों की रिपोर्ट तैयार की है। मैंने सभी राज्य सरकारों के एजुकेशन सेक्रेटरी से अपील की है कि जनवरी से इसमें सुधार लागू किया जाए। साल 2024 में पेपर लीक के मामलों को देखते हुए , सरकार ने ये सुधार पेश किए हैं।
ये बात प्रधान ने नई दिल्ली में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सेक्रेटरी के साथ हाई टेक्निक एजुकेशन पर दो दिन के नेशनल वर्कशॉप के उद्घाटन पर कही। इस प्रोग्राम में शिक्षा और उत्तर-पूर्व क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार भी मौजूद थे। इस मौके उच्च शिक्षा विभाग के सेक्रेटरी श्री के.संजय मूर्ति समेत सभी राज्यों और केंद्र के एजुकेशन सेक्रेटरी मौजूद थे। एक टीम के रूप में काम करेंगे इस वर्कशॉप में राधाकृष्णन कमेटी ने अपना प्रपोजल राज्यों के सामने रखा । इसमें परीक्षाओं को एरर फ्री बनाना सबसे बड़ा टास्क होगा और एक टीम के तौर पर काम करना इसमें शामिल होगा। प्रधान ने कहा, स्टूडेंट्स के एग्जाम स्ट्रेस को कम करने और सही ढंग से मैपिंग करने के लिए ऑनलाइन टेस्ट, डिजिटली क्वेश्चन पेपर सर्कुलेट करने के साथ ही एक हाइब्रिड मॉडल और एक मल्टी स्टेप्स NEET-UG फॉर्मेट बनाया जाएगा।
NEET में हुई धांधली के बाद बनी कमेटी
मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम (NEET) और PhD एंट्रेस एग्जाम लीक होने और एग्जाम कैंसिल होने की वजह से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पहले भी सवालों के घेरे में आ चुकी है। इन सवालों के बीच NTA एग्जाम में ट्रांसपेरेंसी लाने, बेहतर ढंग से एग्जाम करवाने के लिए ये कमेटी बनाई गई है। जून में पूर्व ISRO प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में ये पैनल बनाया गया था। पैनल को कई परीक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर की सेटिंग और बाकी प्रोसेस से जुड़े मौजूदा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस पैनल में एम्स दिल्ली के पूर्व डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति बी जे राव, IIT मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एमेरिटस के राममूर्ति, पीपल स्ट्रॉन्ग के को- फाउंडर और कर्मयोगी भारत बोर्ड के एममबर पंकज बंसल, IIT दिल्ली के स्टूडेंट्स के डीन आदित्य मित्तल और शिक्षा मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी गोविंद जायसवाल भी शामिल हैं। NEET PG 2024 एग्जाम भी हुआ था रद्द NEET पेपर लीक होने के साथ-साथ कई अनियमितताओं को लेकर NEET जांच के दायरे में था। जबकि, UGC-NET को कैंसिल कर दिया गया था, क्योंकि मंत्रालय को इनपुट मिले थे कि परीक्षा में पारदर्शिता नहीं थी। CSIR-UGC NET और NEET PG एग्जाम को भी एग्जाम के ठीक पहले ये कहते हुए रद्द कर दिया गया था कि इसमें भी पेपर लीक का कोई मामला हो सकता है इसलिए इसे पोस्टपोन किया जा रहा है।