अमेरिकी चुनाव में गिलहरी की मौत का मुद्दा:अधिकारियों ने रेबीज के डर से मारा था, मस्क बोले- ट्रम्प ऐसे जानवरों की रक्षा करेंगे
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से 2 दिन पहले एक गिलहरी चुनावी कैंपेन में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुई ‘पीनट’ नाम की गिलहरी को न्यूयॉर्क में अधिकारियों ने शनिवार (2 नवंबर) को मार दिया। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, गिलहरी को उसके मालिक के घर पर रेड के दौरान पकड़ा गया था। अधिकारियों को कई बार शिकायतें मिली थीं कि मार्क लॉन्गो नाम के एक शख्स ने एक गिलहरी और रैकून को पाला हुआ है। इन जानवरों में रेबीज जैसी बीमारी के लक्षण दिखे हैं। बार-बार शिकायत आने के बाद अधिकारियों ने 30 अक्टूबर को मार्क के घर पर छापा मारा। वेंस बोले- पीनट की मौत से ट्रम्प उदास
CBS न्यूज ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि रेबीज का टेस्ट करने के लिए दोनों जानवरों को मार दिया गया। इनके संपर्क में दूसरे जानवरों और लोगों के भी टेस्ट किए जा रहे हैं। गिलहरी की मौत के बाद से राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प और उनके उप-राष्ट्रपति पद के दावेदार जेडी वेंस ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया है। वेंस ने कहा कि पीनट की मौत बाइडेन सरकार की प्राथमिकता का सबूत हैं। ट्रम्प को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्हें बेहद बुरा लगा। यह वही सरकार है जो हजारों गैरकानूनी प्रवासियों को हर साल देश में घुसने देती है, और अब वे चाहते हैं कि हम पालतू जानवरों को भी पास न रखें। मस्क ने कहा- बाइडेन प्रशासन बेवकूफ-बेरहम
चुनाव में ट्रम्प का समर्थन कर रहे अरबपति इलॉन मस्क ने बाइडेन प्रशासन को बेवकूफ और बेरहम कहा है। टेस्ला CEO ने सोशल मीडिया पर पीनट की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि ट्रम्प अगर राष्ट्रपति बने तो वे गिलहरियों की रक्षा करेंगे। पीनट गिलहरी पिछले 7 साल से न्यूयॉर्क में मार्क लॉन्गो के साथ रह रही थी। जब वह बेहद छोटी थी तब एक कार की टक्कर से उसकी मां की मौत हो गई थी। इसके बाद लॉन्गो ने पीनट को रेस्क्यू कर लिया था। तब से वह लॉन्गो के ही साथ रह रही थी। वह उसकी कई तस्वीरें और वीडियोज सोशल मीडिया पर डालता रहता है, जहां उसके करीब 5 लाख फोलोअर्स हैं। पीनट की मौत के बाद मार्क ने इस मुद्दे के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है। उन्होंने जस्टिस फॉर पीनट नाम से कैंपेन भी चलाया है। मार्क ने अप्रैल 2023 में पीनट के नाम पर एक फ्रीडम फार्म एनिमल सैन्क्चुअरी भी खोली थी। इस सैंक्चुअरी में अब 300 जानवर रहते हैं, जिनमें घोड़े, बकरियां और कई दूसरे जानवर शामिल हैं।