IVF प्रोसेस का चमत्कार! जीवित नहीं रहने पर भी बच्चे होने की रहेगी संभावना
मुजफ्फरपुर में अब तक पुरुष और महिला मिलाकर कुल 30 से अधिक लोगों ने इस तकनीक का इस्तेमाल किया है, जिसमें पुरुष अपना सीमेन, तो वहीं महिला अपना अंडाणु प्रीजर्व करा चुकी हैं. IVF को लेकर कैंसर पीड़ितों का कहना है कि वे बीमारी के पहले स्टेज में ही सीमेन-अंडाणु प्रीजर्व करा रहे हैं, क्योंकि बीमारी के दौरान यह खत्म हो जाएगा.