‘मां कसम अब कभी नहीं आएंगे’:परीक्षा देने बंगाल गए बिहार के युवकों से मारपीट, उठक-बैठक लगवाईं
बंगाल में बिहार के दो युवकों के साथ मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में 2 लोग एक कमरे में घुसते हैं और सोते हुए 2 लड़कों के साथ मारपीट करते हैं। वीडियो में सुनाई दे रही बातचीत से पता चल रहा है कि SSC GD का फिजिकल टेस्ट देने गए बिहार के लड़कों से स्थानीय लोग मारपीट कर रहे हैं। इस वायरल वीडियो को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी सवाल खड़ा किया है। साथ ही युवाओं के उत्पीड़न के लिए ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की है। दोनों पीड़ित बिहार के दानापुर से कथित तौर पर SSS GD परीक्षा में फिजिकल टेस्ट देने के लिए बंगाल गए थे। सो रहे युवकों पर हमला किया वीडियो में दो युवकों को सोते हुए देखा जा सकता है, तभी कुछ लोग कमरे में घुसते हैं और उससे पूछते हैं कि क्या वह बंगाली बोल और समझ सकता है। जब युवक नहीं जवाब देता है, तो वे टूटी-फूटी हिंदी में पूछताछ करने लगते हैं। युवक को यह कहते हुए सुना जा सकता है- ‘हम बिहार से आए हैं। पेपर था, हम फिजिकल देने आए हैं। हम बंगाल से नहीं हैं, लेकिन हमें सिलीगुड़ी में एक सेंटर मिला था।’ वीडियो में लड़का अपना नाम अंकित यादव बता रहा है। हमलावरों ने कहा- हम पुलिस हैं फिर एक हमलावर पूछता है, ‘तुम बंगाल के लिए अप्लाई क्यों कर रहे हो, जबकि तुम इस राज्य से नहीं हो?’ वीडियो शूट करने वाला हमलावर कहता है, ‘हम पुलिस से हैं। यह मेरा आईडी कार्ड है।’ हालांकि, वीडियो में कोई आईडी कार्ड नहीं दिखता है। डरा हुआ युवक अपना फोन निकालता है और हमलावरों से कहता है- ‘मेरे चाचा पास में ही रहते हैं। मैं उन्हें फोन कर देता हूं।’ लेकिन, हमलावरों में से एक उसका फोन छीन लेता है और लड़कों से डॉक्यूमेंट दिखाने को कहता है। एक हमलावर बोलता है, ‘तुम लोग डुप्लिकेसी क्यों करते हो।’ फिर युवकों से कान पकड़ कर उठकक बैठक करवाता है। इसके बाद फिर से हमलावर मारपीट करते हुए डॉक्यूमेंट दिखाने को बोलते हैं। बीजेपी ने सवाल उठाए बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो को शेयर करते हुए सवाल खड़ा किया। उन्होंने लिखा – क्या बिहार के बच्चे हिंदुस्तान के अंग नहीं? क्या ममता सरकार ने सिर्फ बलात्कारियों को बचाने का ठेका ले रखा है? क्या है SSC GD भर्ती का डोमिसाइल नियम?
SSC के आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना जरूरी है। CAPF में भर्ती स्टेट/UT के आधार पर होगी इसलिए कैंडिडेट्स को अपने राज्य/UT का डोमिसाइल यानी निवास प्रमाण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में दिखाना होगा। निवास प्रमाण पत्र के आधार पर ही कैंडिडेट को अपने राज्य के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी। अगर कोई कैंडिडेट डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में डोमिसाइल सर्टिफिकेट दिखाने में नाकाम रहता है तो उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। डोमिसाइल के आधार पर कैंडिडेट्स को अन्य रिजर्वेशन बेनेफिट भी दिए जाते हैं। हालांकि, दूसरे राज्यों के लिए अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स को रिजर्वेशन बेनेफिट्स नहीं मिलते। इसका मतलब है कि अपने राज्य को छोड़कर दूसरे राज्य में माइग्रेट करने वाले कैंडिडेट्स को अनरिजर्व कैंडिडेट माना जाएगा, चाहे वह किसी भी कैटेगरी का हो।