मिल्की मिस्ट ने SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए:IPO से ₹2035 करोड़ जुटाने का प्लान; पनीर-चीज, दही और घी प्रोडक्ट बनाती है कंपनी
इंडियन पैकेज्ड फूड सेक्टर में मेजर प्लेयर मिल्की मिस्ट डेयरी फूड ने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO के लिए SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) यानी ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए हैं। इस IPO से कंपनी का 2035 करोड़ रुपए जुटाने का प्लान है। कंपनी इस पब्लिक इश्यू में 1785 रुपए के नए शेयर्स बेचेगी। वहीं कंपनी के प्रमोटर्स सतीशकुमार टी और अनीता एस ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए 250 करोड़ रुपए के शेयर्स बेचेंगे। इश्यू से जुटाए जाने वाले फंड का इस्तेमाल कैसे करेगी कंपनी? नए इश्यू से जुटाए जाने वाले फंड का इस्तेमाल कंपनी अपने कई स्ट्रेटेजिक प्लान्स के लिए करेगी। कंपनी 750 करोड़ रुपए का लोन चुकाएगी और पेरुंदुरई फैसिलिटी के विस्तार के लिए 414 करोड़ रुपए खर्ज करेगी। इसके अलावा विजी कूलर लगाने के लिए 129 करोड़ रुपए और बाकी फंड सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करेगी। पनीर-चीज, दही और घी प्रोडक्ट्स बनाती है मिल्की मिस्ट तमिलनाडु के इरोड में स्थापित मिल्की मिस्ट प्रीमियम वैल्यू-एडेड डेयरी प्रोडक्ट्स- जैसे पनीर, चीज, दही और घी बनाती है। यह कंपनी लिक्विड मिल्क न बेचकर ट्रेडिशनल डेयरी कंपनियों से अलग पहचान रखती है। इस फोकस ने कंपनी को फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनियों के समान हायर मार्जिन बनाए रखने में मदद की है। पूरी तरह से ऑटोमेटेड मैन्युफैक्चरिंग और इन-हाउस लॉजिस्टिक्स नेटवर्क के साथ, मिल्की मिस्ट क्वालिटी और एफिशिएंसी सुनिश्चित करता है। कंपनी लगातार मिल्क सप्लाई के लिए 67,000 से ज्यादा किसानों से सीधे जुड़ती है। कंपनी के इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर कौन हैं? इस IPO के जरिए मिल्की मिस्ट का टारगेट प्रीमियम डेयरी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग का लाभ उठाना, अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढ़ाना, कर्ज कम करना और एफएमसीजी डेयरी सेक्टर में अपनी लीडरशिप को मजबूत करना है। जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड और IIFL कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। मिल्की मिस्ट का रेवेन्यू वित्त वर्ष 25 में ₹2,349 करोड़ रहा मिल्की मिस्ट का रेवेन्यू वित्त वर्ष 23 के 1,394 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 2,349 करोड़ रुपए हो गया, जो 30% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट को दर्शाता है। कंपनी का Ebitda 13.2% मार्जिन के साथ 310 करोड़ रुपए रहा। कंपनी के नए लॉन्च हुए प्रोडक्ट्स ने रेवेन्यू में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिससे अकेले वित्त वर्ष 25 में कंपनी के रेवेन्यू में 511 करोड़ रुपए की ग्रोथ हुई है। हर दिन 150 मीट्रिक टन प्रोडक्शन करती है मिल्की मिस्ट कंपनी प्रीमियम प्राइसिंग बनाए रखने पर काम करती है, इसके पनीर और दही प्रोडक्ट्स की कीमतें कॉम्पिटिटर्स की तुलना में 10-25% ज्यादा हैं। वित्त वर्ष 2025 के रेवेन्यू का लगभग 75.4% डेली कंजम्पशन प्रोडक्ट्स से प्राप्त हुआ। मिल्की मिस्ट भारत में सबसे बड़ी पनीर प्रोडक्शन कैपेसिटी में से एक का ऑपरेशन करती है, जो हर दिन 150 मीट्रिक टन प्रोडक्शन करती है। मिल्की मिस्ट अपनी 70-80% जरूरतों को पूरा करने के लिए वाटर री-प्रोसेसिंग और रिन्यूएबल एनर्जी का यूज करती है। कंपनी का इनोवेशन हेल्थ फोकस्ड प्रोडक्ट्स तक फैला हुआ है, जो हाई-प्रोटीन, लैक्टोज-फ्री और कम-चीनी वाले ऑप्शन प्रोवाइड करती है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है। ये खबर भी पढ़ें… टाटा कैपिटल ने SEBI के पास अपडेटेड ड्राफ्ट-पेपर्स फाइल किए: इश्यू से ₹15 हजार करोड़ जुटाने का प्लान, टाटा संस अपने 23 करोड़ शेयर्स बेचेगी टाटा ग्रुप की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी टाटा कैपिटल अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO लाने के लिए तैयारी कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) यानी ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए हैं। पूरी खबर पढ़ें…