पाकिस्तानी डिप्टी पीएम ने आतंकी संगठन TRF का बचाव किया:बोले- पहलगाम हमले में शामिल होने के सबूत दिखाओ
पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का बचाव किया है। संसद में दिए बयान में डार ने कहा कि पाकिस्तान TRF को अवैध संगठन नहीं मानता और भारत या अमेरिका TRF की संलिप्तता का ठोस सबूत पेश करें। पहलगाम हमले में TRF का हाथ है, इसका सबूत दिखाएं। TRF ने जिम्मेदारी ली है, ये दावा साबित करें। हम बिना सबूत के आरोप नहीं मानेंगे। पहलगाम हमले के बाद TRF ने खुद जिम्मेदारी ली थी। भारत और अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने भी इसकी पुष्टि की है कि यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क से जुड़ा था। TRF पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने के 4 दिन बाद मुकरा TRF पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है। इसने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसमें 26 नागरिकों की मौत हुई थी। हमले के कुछ ही देर बाद TRF ने घटना की जिम्मेदारी ली थी और बयान जारी कर कहा था कि भारत सरकार कश्मीर में मुस्लिमों को बहुसंख्यक से अल्पसंख्यक बना रही है। हालांकि, 26 अप्रैल को TRF इससे मुकर गया था। संगठन के प्रवक्ता अहमद खालिद ने कहा था कि पहलगाम हमले के लिए TRF को जिम्मेदार ठहराना गलत है। खालिद ने कहा कि उनकी वेबसाइट को हैक कर लिया गया था। TRF मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है। यह अक्सर ऐसे लोगों को भर्ती करता है जो आम नागरिकों जैसे दिखते हैं, लेकिन गुप्त रूप से आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं। इन्हें हाइब्रिड आतंकवादी कहा जाता है। भारत सरकार ने 5 जनवरी, 2023 को TRF को आतंकी संगठन घोषित किया था। 2019 में आर्टिकल-370 हटने के बाद अस्तित्व में आया TRF जम्मू-कश्मीर के आतंकी संगठनों में ‘द रजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नया नाम है। 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद यह अस्तित्व में आया। भारत सरकार भी मानती है कि ये लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी आतंकी संगठन है। ये आतंकी संगठन जवानों और आम नागरिकों की हत्या के अलावा सीमा पार से ड्रग्स और हथियार की तस्करी में शामिल रहा है। सुरक्षा मामलों के जानकार बताते हैं कि सीमा पार से ISI हैंडलर्स ने ही लश्कर-ए-तैयबा की मदद से TRF को खड़ा किया। अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित किया इससे पहले अमेरिका ने गुरुवार को पहलगाम आतंकी हमले की आलोचना की थी और इसकी जिम्मेदारी लेने वाले संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की लिस्ट में डाल दिया था। इस सूची में पहले से ही पाकिस्तान के कई आतंकी संगठन जैसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), जमात-उद-दावा (JuD) और आतंकी सरगना हाफिज सईद व मसूद अजहर जैसे नाम शामिल हैं। FTO लिस्ट में डालने के 2 बड़े मायने SDGT लिस्ट में डालने के 2 बड़े मायने …………………………………… पहलगाम हमले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित TRF को आतंकी संगठन घोषित किया:कहा- इसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, ट्रम्प सरकार भारत की सुरक्षा को लेकर गंभीर अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की लिस्ट में डाल दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। पूरी खबर यहां पढ़ें…