चीन बोला-BRICS टकराव नहीं चाहता, ट्रेड वॉर से सबको नुकसान:अमेरिकी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स देशों पर 10% ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी दी थी
चीन ने सोमवार को कहा कि BRICS समूह किसी भी तरह का टकराव नहीं चाहता है। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की धमकी के बाद आया। ट्रम्प ने 6 जुलाई को ट्रुथ सोशल पर लिखा कि जो भी देश अमेरिका विरोधी BRICS नीतियों के साथ खुद को जोड़ेंगे, उन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इसमें किसी को भी छूट नहीं मिलेगी। चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा- BRICS सहयोग और विकास के लिए एक मंच है, यह किसी देश के खिलाफ नहीं है। टैरिफ का इस्तेमाल राजनीतिक दबाव के लिए करना गलत है। ट्रेड वॅार से कोई विजेता नहीं होता और टैरिफ कोई रास्ता नहीं है। दरअसल, BRICS ने अमेरिका का नाम लिए बिना टैरिफ की आलोचना की। साथ ही इससे वर्ल्ड ट्रेड को होने वाले नुकसान पर चिंता जताई। समूह ने कहा कि ये सप्लाई चेन को अस्थिर करेगा। ट्रम्प ने इस बयान को अमेरिका के खिलाफ माना और BRICS देशों को आर्थिक परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। ट्रम्प आज पहला टैरिफ लैटर भेजेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ट्रुथ पर कहा था कि वे 12 देशों को टैरिफ और व्यापार समझौतों का पहला पत्र सोमवार को भेजेंगे, जो टैरिफ के प्रभावी होने की समय सीमा से पहले होगा। ट्रम्प ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि दुनिया भर के देशों के साथ अमेरिका के टैरिफ पत्र, सोमवार, 7 जुलाई को दोपहर 12:00 बजे से भेजे जाएंगे।” नए टैरिफ 1 अगस्त से प्रभावी होंगे। ट्रम्प ने अप्रैल में सभी व्यापारिक साझेदारों पर भारी टैरिफ की घोषणा की थी, जिसके बाद 90 दिन की छूट दी गई थी। यह छूट 9 जुलाई को खत्म हो रही है। ट्रम्प ने कहा कि अगर नए व्यापार समझौते नहीं हुए, तो पुराने टैरिफ फिर से लागू होंगे। चीन ने BRICS देशों से ग्लोबल ऑर्डर सुधारने की अपील की चीनी ने BRICS देशों से ग्लोबल ऑर्डर (वैश्विक शासन) में सुधार के लिए अपील की है। चीनी प्रधानमंत्री ली क्यांग ने रविवार को 17वें BRICS सम्मेलन के दौरान कहा कि ब्रिक्स देशों को एक बेहतर दुनिया के बनाने के लिए वैश्विक शासन में सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन बाकी BRICS देशों के साथ मिलकर एक न्यायपूर्ण, बराबरी वाला, प्रभावी और व्यवस्थित वैश्विक शासन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। BRICS ने ईरान पर अमेरिका-इजराइल हमले की निंदा की ब्राजील में हुए BRICS 2025 शिखर सम्मेलन में 10 सदस्य देशों ने अमेरिका और इजराइल के ईरान की सैन्य और परमाणु सुविधाओं पर किए गए हमलों को गैरकानूनी बताया। BRICS ने अपनी संयुक्त घोषणा में इन हमलों की निंदा की और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की मांग की। इसके अलावा, समूह ने गाजा युद्ध और क्षेत्र में बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई, साथ ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी निंदा की। BRICS ने आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही और वित्तीय नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ब्रिक्स देशों के जॉइंट घोषणा पत्र की प्रमुख बातें… ——————————— ये खबर भी पढ़ें… BRICS ने पहलगाम हमले की निंदा की:मोदी बोले- अटैक इंसानियत पर चोट; ट्रम्प की धमकी- नए देश BRICS से जुड़े तो उन पर एक्स्ट्रा टैरिफ ब्राजील के रियो डी जनेरियो में रविवार को हुए 17वें BRICS सम्मेलन में सदस्य देशों ने 31 पेज और 126 पॉइंट वाला एक जॉइंट घोषणा पत्र जारी किया। इसमें पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर इजराइली हमले की निंदा की गई। पूरी खबर पढ़ें…