Wednesday, July 9, 2025
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मौसमी चटर्जी ने बताया रेखा से रिवॉलरी का किस्सा:एक्ट्रेस बोलीं-जब उन्होंने मेरा रोल लेने की कोशिश की तो पूरी टीम उन पर हंसने लगी

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मशहूर एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने हाल ही में एक और बेहतरीन अभिनेत्री रेखा के साथ अपने रिश्ते पर बात की है। फिल्मफेयर से बातचीत में मौसमी ने कहा, “कई बार मुझे देखती थी और वो ऐसा एक-दो बार करती थी… मैंने उसे एक-दो बार देखा और मैंने बोला क्या? मैंने कहा कि मैं ये बर्दाश्त नहीं करने वाली और सीधे मैं उसके पास गई मैंने कहा कि तुमने ये कैसे किया बताओ, मुझे भी ये करना है। वो घबरा गईं। पता नहीं, उन्हें यह याद भी है या नहीं।” बता दें कि रेखा और मौसमी चटर्जी ने ‘प्रेम बंधन’, ‘मांग भरो सजना’ और ‘दासी’ जैसी कई फिल्मों में स्क्रीन स्पेस शेयर किया है। मौसमी ने रेखा को लेकर ये भी बताया, “रेखा को लगता था कि मैं विनोद मेहरा की जिंदगी कंट्रोल कर रही हूं क्योंकि वो उनके घर में बैठी होती थी और उनकी (विनोद) मां मुझसे कहती थीं, ‘इंदु, विनोद की अलमारी से लिफाफा निकाल देना।’ तो जाहिर है, रेखा को यह सब पसंद नहीं आता था।” मौसमी ने आगे कहा, “उसे लगता था कि विनोद मेरी बात ज्यादा सुनता है किसी और से ज्यादा।” मौसमी चटर्जी ने ‘प्रेम बंधन’ की शूटिंग का किस्सा भी बताया
मौसमी ने प्रेम बंधन की शूटिंग का भी वाकया शेयर किया। मौसमी ने कहा, “रामानंद सागर (फिल्म के डायरेक्टर) ने मुझसे कहा कि अपनी हील्स उतार दो, मैने कहा क्यों, उन्होंने कहा, ‘हाइट का थोड़ा… रेखा नंगे पैर है।’ मैंने उनसे कहा, ‘मैं पढ़ी-लिखी अमीर औरत हूं। मैं ऐसे पली-बढ़ी हूं। मैं जूते क्यों उतारू? आप मैनेज करो, आप रेखा को स्टूल दे दीजिए, वो उस पर खड़ी हो जाएगी।” दासी की शूटिंग के दौरान के अनुभव को याद करते हुए मौसमी ने बताया कि रेखा बार-बार साइड रोल्स में कास्ट किए जाने को लेकर साफ तौर पर परेशान थीं। मौसमी ने कहा, “रेखा ने डायरेक्टर राज खोसला से कहा, ‘मुझे दासी का रोल दे दो, मैं संजीव कुमार की पत्नी बनना चाहती हूं। मौसमी को दूसरा रोल दे दो।’ सभी असिस्टेंट्स जैसे सागर आदि यह सुनकर हंसने लगे। उस वक्त राज खोसला थोड़ा नशे में थे, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे तो पूरी कहानी ही बदलनी पड़ेगी।” बता दें कि मौसमी चटर्जी ने आनंद आश्रम, रोटी कपड़ा और मकान, मंजिल, स्वर्ग नरक और बेनाम जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। वह 1970 के दशक में हिंदी फिल्मों में सबसे अधिक फीस पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं।

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