बिना खर्च शरीर की गांठ हो जाएगी भस्म! दवाइयों का बाप है ये जंगली साग
Health Tips: डॉक्टर अनुज कुमार के अनुसार, कचनार का उपयोग आयुर्वेद में लंबे समय से लिवर, सूजन और गांठ जैसी समस्याओं के इलाज में किया जाता रहा है. इसके फूल और पत्ते एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं. विशेष बात यह है कि शरीर में कहीं भी गांठ बनने की स्थिति में यदि कचनार के पत्तों का साग का नियमित रूप से सेवन किया जाए, तो वह गांठ पूरी तरह से ठीक हो सकती है.