आज अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे ट्रम्प:बताएंगे अमेरिका ग्रेट अगेन के लिए क्या फैसले लिए, राष्ट्रपति बनने के बाद पहला संबोधन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज अमेरिकी संसद (कांग्रेस) के जॉइंट सेशन को संबोधित करेंगे। 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रम्प का यूएस कांग्रेस को यह पहला संबोधन होगा। अमेरिका की संसद को कांग्रेस कहा जाता है। अपने भाषण में ट्रम्प बताएंगे कि इन 44 दिनों में उन्होंने अमेरिका को फिर से महान बनाने (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) के लिए क्या कदम उठाए हैं। भारतीय समय के मुताबिक यह संबोधन सुबह 7.30 बजे शुरू होगा। ट्रम्प का यह भाषण ऐसे समय पर हो रहा है जब अमेरिकी सरकार रूस-यूक्रेन वॉर और मिडिल ईस्ट में संघर्ष को खत्म करने और फेडरल सरकार में बदलाव करने पर जोर दे रही है। इस भाषण में ट्रम्प टैरिफ, अप्रवासी समस्या, दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जंग, USAID रोकने, मस्क के DoGE विभाग की वर्किंग जैसे उन मुद्दों पर बोल सकते हैं, जो सवालों में बने हुए हैं। ट्रम्प के भाषण में किन प्रमुख मुद्दों पर हो सकती है बात… टैरिफ- शपथ लेने के बाद से ही ट्रम्प अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने को लेकर आक्रामक रुख दिखा रहे हैं। उन्होंने 3 मार्च को ही कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाया है, इसके साथ ही चीन पर दो बार 10% -10% एक्स्ट्रा टैरिफ लगा चुके हैं। ट्रम्प अपने भाषण में कई बार भारत की तरफ से लगाए गए टैरिफ का जिक्र कर चुके हैं। टैरिफ पर ट्रम्प के प्रमुख बयान… रूस यूक्रेन जंग- ट्रम्प ने इलेक्शन कैंपेन के दौरान रूस यूक्रेन जंग को एक दिन में रोकने के वादा किया था। शपथ ग्रहण के बाद ट्रम्प सरकार की तरफ से इसे रोकने के लिए 100 दिन की बात कही गई। बीते शुक्रवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ ट्रम्प की व्हाइट हाउस में बहस हो गई थी। आज अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की सभी सैन्य मदद रोक दी है। रूस यूक्रेन जंग पर ट्रम्प के प्रमुख बयान… इजराइल-हमास संघर्ष- ट्रम्प के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले इजराइल हमास में सीजफायर हो गया था। दोनों पक्ष तीन फेज में युद्ध विराम लागू करने पर राजी हुए हैं। ट्रम्प का कहना है कि वो गाजा पर कब्जा करके वहां सिटी रिसॉर्ट बनाना चाहते हैं और गाजा के लोगों को मिस्र और जॉर्डन में बसाना चाहते हैं। इजराइल-हमास संघर्ष पर ट्रम्प के प्रमुख बयान अवैध अप्रवासी- ट्रम्प कई बार अवैध अप्रवासियों को अपने देश से बाहर निकालने के बात कह चुके हैं। इसे लेकर उन्होंने अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करने का प्रोग्राम भी शुरू किया है। अब तक अमेरिकी मिलिट्री का विमान तीन बार अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमृतसर एयरपोर्ट आ चुका है। अवैध अप्रवासियों पर ट्रम्प के बयान इनके अलावा जिन अन्य प्रमुख मुद्दों पर ट्रम्प बयान दे सकते हैं… निचले सदन के स्पीकर ने ट्रम्प को निमंत्रण दिया था
इस संबोधन के लिए कांग्रेस के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के स्पीकर माइक जॉनसन ने ट्रम्प को निमंत्रण दिया था। उन्होंने जनवरी में लेटर लिखकर ट्रम्प से अमेरिका फर्स्ट का विजन साझा करने के लिए कहा था। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में स्पीकर ने कहा- ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन और संसद में रिपब्लिकन पार्टी के पास अगले 4 सालों को अमेरिकी इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण 4 साल बनाने का मौका है। अमेरिका का गोल्डन एज शुरू हो गया है। आधिकारिक तौर पर स्टेट ऑफ द यूनियन नहीं होगा ये संबोधन
ट्रम्प का यह संबोधन आधिकारिक तौर पर स्टेट ऑफ द यूनियन नहीं होगा। राष्ट्रपति सरकार में एक साल पूरा होने पर स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन देते हैं। परंपरा के मुताबिक इस संबोधन का मकसद पिछले साल की समीक्षा करना होता है। इसमें राष्ट्रपति संसद और जनता को देश की स्थिति और भविष्य की योजनाओं के बारे में अपडेट करते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने कार्यभार संभालने के कुछ महीनों के भीतर एक अनौपचारिक स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन दिया हो। अब तक छह मौकों पर राष्ट्रपतियों ने ऐसे भाषण दिए हैं, जो तकनीकी रूप से ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ नहीं माने जाते। 1981: राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन 1989: राष्ट्रपति जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश 1993: राष्ट्रपति बिल क्लिंटन 2001: राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश 2009: राष्ट्रपति बराक ओबामा 2021: राष्ट्रपति जो बाइडेन राष्ट्रपति के भाषण के बाद प्रतिक्रिया देगा विपक्ष
परंपरा के मुताबिक, राष्ट्रपति के स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन के बाद विपक्ष प्रतिक्रिया देता है। इसे पोस्ट-स्टेट ऑफ द यूनियन रीबटल कहा जाता है। ट्रम्प के संबोधन के बाद विपक्षी डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से मिशिगन की सीनेटर एलिसा स्लोटकिन बयान देंगी।