62 लाख के गहनों से सजेंगी चंदा-पुष्पा:दोनों हथिनी अमेरिकी उपराष्ट्रपति को फूलमाला पहनाकर आशीर्वाद देंगी, शरीर पर लोक चित्रकारी भी होगी
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (JD) वेंस 21 अप्रैल से जयपुर के चार दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे आमेर, जंतर मंतर और सिटी पैलेस जाएंगे। 22 अप्रैल को 433 साल पुराने आमेर महल के सूरजपोल स्थित जलेब चौक में उनका स्वागत गहनों से लदी हथिनी पुष्पा और चंदा करेंगी। पुष्पा और चंदा को इस दौरान 350 साल पुराने 62 लाख रुपए कीमत के गहनों से सजाया जाएगा। अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस और उनकी पत्नी ऊषा चिलुकुरी का स्वागत करने की जिम्मेदारी पुष्पा और चंदा को देने की भी एक खास वजह है.. आइए जानते हैं इस ग्राउंड रिपोर्ट में… हाथी गांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान बताते हैं- हाथी गांव में 64 मादा व एक नर हाथी है। 28 साल की चंदा और 19 साल की पुष्पा शाही स्वागत करने के लिए खास तौर से ट्रेंड हैं। पुष्पा सूंड उठाकर आशीर्वाद देती है। चन्दा फूल-माला पहनाने में माहिर है। आमतौर पर एशियाई हाथियों के 10-12 साल की उम्र होने पर माथे, चेहरे और कानों पर सफेद पीले चकत्ते उभर आते हैं। ये चकत्ते उम्र बढ़ने के साथ पैंथर या चीते के स्पॉट जैसे दिखने लगते हैं। पुष्पा का 19 की उम्र में भी रंग सुर्ख काला है। दोनों मादा हाथियों का स्वभाव बहुत ही शांत है। दोनों गांव आने वाले टूरिस्ट के साथ भी फ्रेंडली हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति की सुरक्षा और प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए इन्हीं गुणों के कारण दोनों मादा हाथियों को चुना गया है। आमेर महल के जलेब चौक पर सजाया जाएगा
बल्लू खान पुष्पा और चंदा के साथ 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे आमेर महल के जलेब चौक पहुंच जाएंगे। वहीं पर दोनों को सजाया जाएगा। घर में तैयार कच्चे प्राकृतिक रंगों से चेहरे, माथे, सूंड, कानों और पैरों पर ढूंढाणी शैली की लोक चित्रकारी की जाएगी।4 किलो वजनी कंठा हार, 1.3 किलो की पाजेब, 22 किलो का शाही हौदा, माथे की 2 किलो की सिरी और 1.3 किलो वजनी पूंछ की दुमची दोनों मादा हाथियों को पहनाई जाएगी। ये गहने चांदी के होंगे। इन गहनों का उपयोग रियासतकाल में शाही मेहमानों के स्वागत के समय होता था। इसके अलावा छोटे-मोटे अन्य गहने भी पहनाए जाएंगे।सुबह करीब 8 बजे अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस अपनी पत्नी ऊषा के साथ आमेर पहुंचेंगे। यहीं पर चंदा हार पहनाएगी और पुष्पा दोनों को आशीर्वाद देगी। इसके बाद शाही मेहमान महल में प्रवेश करेंगे। दोनों मेहमान हाथियों की सवारी करेंगे या नहीं इसका फैसला मौके पर ही होगा। पांचवीं पीढ़ी कर रही है ये काम
बल्लू खान बताते हैं कि हाथियों को पाल कर रोजी-रोटी कमाने वाली यह उनकी पांचवीं पीढ़ी है। करीब 350 साल पहले कछवाहा राजवंश के लिए उनके पुरखे शाही महावतों का काम करते थे। उनके लिए राजपरिवार की ओर से जयपुर के घाटगेट में मोहल्ला महावतान भी बसाया गया है। यहां आज भी 25000 लोग रह रहे हैं। सभी एक-दूसरे के नाते रिश्तेदार हैं। हाथियों को परिवार के सबसे खास सदस्य की तरह पाला जाता है। आमेर रियासत के समय से ही उनके पुरखे राजशाही हाथियों की देखभाल और ट्रेनिंग का काम करते थे। हालांकि अब कुछ युवा पढ़ लिखकर डॉक्टर और इंजीनियर बन गए हैं। कुछ तो अमेरिका और अन्य देशों में भी सेटल हो गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को पिता ने करवाई थी सवारी
बल्लू खान के पिता और भाई ने वर्ष 2000 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, उनकी बेटी चेल्सी क्लिंटन को शाही सवारी करवाई थी। बल्लू बताते हैं कि उस समय बिल क्लिंटन भोला नाम के हाथी पर, उनकी बेटी चेल्सी जंग बहादुर हाथी पर और उनकी स्पेशल सिक्योरिटी टीम के मेंबर लक्ष्मी नाम की हथिनी पर सवार हुए थे। उस समय जयपुर के पूर्व राजघराने के सदस्य भवानी सिंह सिटी पैलेस में रोज आधे से एक घंटे रिहर्सल करवाते थे। बॉलीवुड एक्टर और क्रिकेटर्स को करा चुकी सवारी
पुष्पा और चंदा अब तक कई बड़ी हस्तियों को अपनी सवारी करवा चुकी हैं या उनका स्वागत कर चुकी हैं। इनमें अमेरिकी कोरियोग्राफर डाना एलिक्स, बॉलीवुड एक्टर विद्युत जामवाल, क्रिकेटर यूसुफ पठान, रिक्की पोंटिंग, सूफी सिंगर फरहान साबरी आदि नाम शामिल हैं। पुष्पा-चंदा का वजन 2 से 3 टन, डाइट 260 किलो
पुष्पा-चंदा की ऊंचाई करीब 9 फीट और वजन 2 से 3 टन है। रोज की डाइट 260 किलो की होती है। इसमें 200 किलो गन्ना, 20 किलो ज्वार, 15 किलो हरा रजका, 10 किलो मतीरा (तरबूज), 10 किलो केले और रात को 5 किलो गेहूं की रोटी शामिल है। 140 बीघा में फैले हाथी गांव में इनके नहाने के लिए दो बड़े पॉन्ड बने हैं। सोने और आराम करने के लिए अलग से रेस्ट रूम हैं, जहां पंखे लगे हैं। हाथी गांव के 65 हाथियों से करीब 15 हजार लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। गर्मी को देखते हुए अभी आमेर महल में हाथियों की सवारी का समय सुबह 8 से 10.30 बजे तक किया हुआ है। हाथी की सवारी के 1500 रुपए चार्ज किए जा रहे हैं। बल्लू खान का कहना है कि प्रति हाथी रोज का खर्च 4 हजार रुपए से ज्यादा है। 1500 में से हाथी मालिक को 1200 रुपए ही मिलते हैं। ऐसे में घर चलना और परिवार के साथ हाथी के रख रखाव में बहुत चुनौतियां आ रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के जयपुर दौरे की यह खबर भी पढ़िए…
अब जयपुर में 4 दिन रुकेंगे अमेरिकी उपराष्ट्रपति:तीन घंटे आगरा रुककर वापस आएंगे; एयरपोर्ट पर बिछाया जाएगा रेड कारपेट अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड (JD) वेंस दौरे पर आ रहे हैं। वे शुक्रवार को परिवार के साथ इटली पहुंच गए। इसके बाद 21 अप्रैल को भारत पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात के बाद वेंस 21 अप्रैल की रात को जयपुर पहुंच जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर…