हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह आज होगा सुपुर्द-ए-खाक:बेरूत में इजराइली हमले में गई थी जान, 32 साल से था संगठन का कर्ताधर्ता
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक उस इराक के कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है। नसरल्लाह की 27 सितंबर को इजराइली हमले में मौत हो गई थी। इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। शुक्रवार को हुए इस हमले के लगभग 20 घंटे बाद हिजबुल्लाह ने शनिवार शाम 5 बजे नसरल्लाह की मौत की पुष्टि की थी। इसके बाद 29 सितंबर को हिजबुल्लाह हेडक्वार्टर के नीचे से उसकी डेड बॉडी बरामद हुई थी। नसरल्लाह के अलावा उसकी बेटी जैनब की भी इस हमले में मौत हो गई थी। नसरल्लाह बीते 32 सालों (1992) से हिजबुल्लाह का चीफ था। नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने किया पलटवार
नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने 1 अक्टूबर को देर रात 10 बजे इजराइल पर 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। ये हमला पूरे इजराइल में लगभग 30 मिनट तक हुआ। इजराइल ने सायरन अलर्ट जारी करते हुए नागरिकों से बम शेल्टर में जाने के लिए कह दिया था। हमले के बाद ईरान ने कहा कि नसरल्लाह की शहादत का यह पहला बदला है। यह तो अभी शुरुआत है। हमले के बाद इजराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि इस हमले का नतीजा भुगतना होगा। हमारे पास प्लान है और हम अपनी मर्जी के मुताबिक समय और स्थान तय करके कार्रवाई करेंगे। हालांकि अमेरिका ने पहले ही इजराइल को ईरानी हमले के बारे में बता दिया था। इसमें 3 मिलिट्री एयरबेस और 1 इंटेलीजेंस हेडक्वार्टर को निशाना बनाने की चेतावनी दी गई थी। जिसके चलते इजराइल ने पहले ही इन जगहों को खाली करा लिया था। हूती विद्रोही ने जहाजों पर हमले की धमकी दी
यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में जहाजों पर हमले की धमकी दी है। एक ग्रीक शिपिंग कंपनी को आए मेल में उसके जहाज पर हमले की धमकी दी गई। हूती विद्रोहियों ने शिपिंग कंपनी पर इजराइल के पोर्ट पर जहाज रुकने की वजह से मेल भेजा है। इस मेल में हमले के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। दरअसल हूती विद्रोहियों ने इजराइल को पोर्ट पर जहाजों के रुकने को लेकर प्रतिबंध लगाया है। अगर कोई जहाज वहां रुकता है तो हूती इसे प्रतिबंध का उल्लंघन कहते हैं। पिछले साल नवंबर से अब तक हूती विद्रोहियों ने 100 से ज्यादा जहाजों पर हमले किए हैं। लेबनान में इजराइल का ग्राउंड ऑपरेशन जारी
इजराइल ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के एक फील्ड कमांडर को मार गिराया है। दूसरी तरफ लेबनान से इजराइल पर 200 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे गए। ये हमला इजराइल के मेतुला इलाके में हुआ है, जिसमें कई मोर्टार भी दागे गए हैं। इजराइल के मुताबिक इनमें से अधिकतर रॉकेट्स को नष्ट कर दिया गया है। वहीं बुधवार को IDF ने लेबनान के बिंत जबल गांव में एक बिल्डिंग पर एयरस्ट्राइक की थी। इस हमले में हिजबुल्लाह के 15 सदस्यों की मौत की मौत हो गई। इसके अलावा बेरूत पर इजराइली हमले में 6 आम लोग भी मारे गए। इजराइल ने 2 महीने में हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप खत्म की
इजराइल ने 2 महीने के भीतर हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। 27 सितंबर को हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। इसमें चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया। 30 जुलाई को लेबनान पर एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दूसरे सबसे सीनियर लीडर फुआद शुकर को मार गिराया था। इसके ठीक अगले दिन 31 जुलाई को ईरान पर हमला कर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को भी मौत हो गई। अब हिजबुल्लाह की लीडरशिप में कोई सीनियर नेता नहीं बचा है। वहीं हमास की लीडरशिप में सिर्फ याह्या सिनवार जीवित है। —————————————————————————- कौन है नसरल्लाह, जिसने 50 साल निभाई इजराइल से दुश्मनी:सब्जी वाले के घर जन्मा, 15 की उम्र में यहूदियों के खिलाफ उठाए थे हथियार तारीख- 25 मई, साल- 2000। इजराइली सेना दक्षिणी लेबनान से अपना कब्जा छोड़ देती है। ये लेबनान में हिजबुल्लाह की अब तक की सबसे बड़ी जीत थी। अगले दिन हिजबुल्लाह का चीफ हसन नसरल्लाह लेबनान के एक छोटे शहर बिंत जबेल पहुंचा। भूरे रंग के कपड़े और काला साफा बांधे 39 साल के नसरल्लाह ने कहा, “इजराइल के पास भले ही परमाणु हथियार हों, लेकिन फिर भी वह मकड़ी के जाल की तरह कमजोर है।” करीब 24 साल बाद, 27 सितंबर 2024 को इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर कई टन बारूद गिराए। पूरी खबर यहां पढ़ें…