हिजबुल्लाह के बाद हमास भी सीजफायर को तैयार:बोला- इजराइल हमारे लड़ाके छोड़े, हम बंधकों को रिहा करेंगे
इजराइल पर हमले के करीब 14 महीने (418 दिन) बाद हमास भी हिजबुल्लाह की तरह सीजफायर को तैयार है। हमास के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने मिस्र, कतर और तुर्की के मध्यस्थों को सूचित कर दिया है कि हमास युद्ध विराम समझौते और कैदियों की अदला-बदली के लिए गंभीर समझौते के लिए तैयार है। इससे पहले बुधवार को लेबनान और इजराइल के बीच सीजफायर के बाद लेबनान नागरिक उत्तरी लेबनान से लोग दक्षिणी लेबनान में लौटने लगे। यह सीजफायर अमेरिका-फ्रांस की मध्यस्थता से हुआ है। करीब 70 दिन पहले सितंबर में पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाकों के बाद से इजराइली सेना लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले कर रही थी। इन हमलों में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और 3,823 लेबनानी नागरिक मारे गए और 15,859 लोग घायल हुए। 100 इजराइली बंधकों के बदले अपने 1 हजार लड़ाकों की रिहाई चाहता है हमास
हमास-इजराइल के बीच सीजफायर की शर्तों पर सूत्रों का कहना है कि हमास करीब इजराइल के 100 बंधकों को रिहा करने के बदले 1 हजार फिलिस्तीनियों और हमास के लड़ाकों की रिहाई का दबाव बना रहा है। 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के बाद हमास ने 254 इजराइलियों को बंधक बनाया था। पहले चरण की बातचीत के बाद 154 इजराइली बंधक को रिहा हो चुके हैं। लेकिन, 100 लोग अभी भी हमास की कैद में हैं। सिक्योरिटी मिनिस्टर बोले- इजराइलियों के हत्यारों की रिहाई मंजूर नहीं हमास के ऐलान के बाद बंधकों के परिजनों में खुशी का माहौल है लेकिन दक्षिणपंथी नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतामार बेन गवीर ने कहा कि वे ऐसा कोई समझौता नहीं होने देंगे, जिससे बंधकों के बदले में 1 हजार सिनवारों की सामूहिक रिहाई शामिल होगी। गवीर ने कहा कि इजराइल बंधकों को रिहा कराने के लिए हरसंभव प्रयास करे जाएंगे, लेकिन इजराइली लोगों की हत्या करने वालों की रिहाई मंजूर नहीं है। सीजफायर के बाद घर लौटने लगे लेबनानी, 2 महीने पहले भागना पड़ा था
लेबनान-इजराइल के बीच बुधवार को सीजफायर शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद उत्तरी लेबनान से लोग दक्षिणी लेबनान में लौटने लगे हैं। 23 सितंबर को इजराइल के घातक मिसाइल हमले के बाद हजारों परिवार घर छोड़कर दक्षिणी लेबनान में शरण लेने चले गए थे। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक बुधवार सुबह बेरूत में सैकड़ों लोग बाइक और गाड़ियों से सिडोन, गाजियेह और टायर शहर की तरफ लौटते दिखे। लोग हिजबुल्लाह के झंडे और मारे गए नेता नसरल्लाह की तस्वीरें साथ लेकर शहर लौट रहे थे। लेबनान की सेना ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे इजराइली सेना के वापस हटने तक घर न लौटें। सेना ने उन इलाके में लोगों को लोगों को जाने से बचने को कहा है, जहां पर अभी भी इजराइली सेना हैं। इससे पहले इजराइली सेना ने भी लेबनानी नागरिकों को सुरक्षा के मद्देनजर घर न लौटने की सलाह दी थी। हालांकि दोनों देशों की सेनाओं की अपील के बावजूद लोगों पर इसका असर नहीं दिख रहा है। पूरी खबर पढ़ें… सशर्त संघर्ष विराम: 40 किमी पीछे हटेगी हिजबुल्लाह की सेना
इजराइल-हिजबुल्ला में सीजफायर में कई शर्तें शामिल हैं। इनके मुताबिक दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी रोकने के लिए 60-दिवसीय युद्ध विराम होगा। हिजबुल्ला को अपनी सेना ब्लू लाइन (इजराइल-लेबनान सीमा) से 40 किमी दूर वापस बुलानी होगी, जबकि इजराइली सैनिक पूरी तरह से लेबनानी इलाके से हट जाएंगे। यूनाइटेड नेशंस की शांति सेना दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला की जगह लेगी। सीजफायर का पालन अमेरिकी नेतृत्व में इंटरनेशनल कमेटी करेगी। हालांकि, हिजबुल्ला ने डील तोड़ी तो इजराइल इसका जवाब देगा। —————————————————- इजराइल-हमास जंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… जंग के बीच नेतन्याहू गाजा पहुंचे, कहा- इजराइली बंधकों को खोजकर रहेंगे इजराइल-हमास जंग के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 19 नवंबर को अचानक गाजा का दौरा किया। यहां वे इजराइली सैन्य ठिकानों पर पहुंचे। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज भी उनके साथ थे। इस दौरान उन्होंने इजराइल बंधकों को सौंपने वाले को 5 मिलियन डॉलर देने की भी पेशकश की। पूरी खबर पढ़ें…