हिजबुल्लाह का टॉप कमांडर जाफर खादर फाउर मारा गया:IDF ने एक्स पोस्ट में लिखा ‘एलिमिनेटेड’, लेबनान से हिजबुल्लाह से जुड़े लोग पकड़े
इजराइल ने दक्षिणी लेबनान के जौइया क्षेत्र में नासिर यूनिट के मिसाइल और रॉकेट एरे के कमांडर जाफर खादर फाउर को मार गिराया। इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने X पोस्ट में इसकी पुष्टि की। IDF के मुताबिक जाफर फाउर इजराइली में हुई रॉकेट हमलों के लिए जिम्मेदार था। इसमें किबुत्ज ओरताल, मजदल शम्स और मेटुला के हमले शामिल हैं। मजदल शम्स में 12 बच्चों की मौत हुई थी और मेटुला में 5 लोगों की जान गई थी। IDF ने कहा- फाउर पूर्वी लेबनान से किए गए आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था। जहां से 8 अक्टूबर को इजरायली क्षेत्र की ओर पहला रॉकेट लॉन्च किया गया था। वहीं, टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली नौसेना के कमांडो ने 2 नवंबर की रात उत्तरी लेबनान में छापा मारा और हिज्बुल्लाह से जुड़े व्यक्ति को पकड़ा। ये छापा लेबनान के साथ इजरायल की समुद्री सीमा से लगभग 140 किलोमीटर उत्तर में हुआf IDF ने बताया था कि नौसेना की शायेत 13 कमांडो यूनिट इस ऑपरेशन में शामिल थी। मीडिया रिपोर्ट में हिजबुल्लाह की मेंबर इमाद अम्हाज का नाम लिया गया, जिसे IDF ने टेररिस्ट ग्रुप के नेवी में माना था। अम्हाज को मिलिट्री इंटेलिजेंस डायरेक्टोरेट के विशेष मानव खुफिया (HUMINT) यूनिट 504 ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इजराइल की नए हिजबुल्लाह चीफ को धमकी
इजराइल ने हिजबुल्लाह के नए चीफ नईम कासिम को चेतावनी दी है। इजराइल का कहना है कि हिजबुल्लाह का नया कमांडर ज्यादा दिन नहीं रहने वाला है। अगर कासिम भी अपने पुराने लीडरों के रास्ते पर चला, तो वह हिजबुल्लाह के इतिहास में सबसे कम दिन चीफ रहने वाला व्यक्ति होगा। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कासिम की नियुक्त पर चेतावनी देते हुए सोशल मीडिया प्लैटफोर्म X पर कासिम की फोटो पोस्ट के साथ लिखा, “अस्थायी नियुक्ति। ज्यादा समय तक नहीं चलेगी।” इजराइली हमले में हसन नसरल्लाह की मौत के 32 दिन बाद 29 अक्टूबर को हिजबुल्लाह ने अपना नया चीफ चुना था। कासिम हिजबुल्लाह में इससे पहले नंबर 2 की पोजिशन पर था। नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने ही लेबनान की जनता को संबोधित किया था। UAE के मीडिया हाउस इरेम न्यूज के मुताबिक वह अभी ईरान में है। पूरी खबर पढ़ें… कौन है हिजबुल्लाह का नया चीफ नईम कासिम कासिम का जन्म 1953 में लेबनान के कफार किला गांव में हुआ था। 1970 के दशक में कासिम, लेबनान में शियाओं के अमल आंदोलन का हिस्सा बना था। अमल का काम शियाओं के अधिकारों को लेकर लड़ना था। बाद में 1980 के दशक की शुरुआत में कासिम हिजबुल्लाह के आंदोलन के साथ जुड़ा और संगठन की स्थापना करने वाले संस्थापक सदस्यों में शामिल रहा। कासिम दशकों से बेरूत में शिया इस्लामिक शिक्षा देता आ रहा है। कासिम 1991 में हिजबुल्लाह का डिप्टी सेक्रटरी जनरल बना था। वो हिजबुल्ला की सूरा काउंसिल का सदस्य भी है।