Sunday, July 20, 2025
Latest:
Entertainment

हरियाणवी सिंगर का रेप, फिर गोलियों से छलनी किया:गवाही देने से पहले मां की भी हत्या; गैंगस्टर जीजा ने तिहाड़ जेल से दी थी सुपारी

Share News

17 अक्टूबर 2017 हरियाणा की मशहूर सिंगर और डांसर हर्षिता दहिया दिल्ली से किसान मिशन कार्यक्रम में परफॉर्म करने के लिए दोपहर 11 बजे पानीपत के पास स्थित चरमाड़ा गांव पहुंची थीं। कहा जाता था कि हर्षिता, मशहूर डांसर सपना चौधरी को टक्कर देती थीं। प्रोग्राम खत्म करते ही वो पानीपत से दिल्ली के लिए रवाना हुईं। हर्षिता कार की पिछली सीट पर बैठीं, साथी सिंगर निशा, असिस्टेंट और ड्राइवर भी कार में मौजूद था। जैसे ही हर्षिता की कार गांव की कच्ची सड़क से निकलने लगी, वैसे ही एक काली कार ने उन्हें ओवरटेक कर कार रोक ली। ड्राइवर ने घबराते हुए अचानक ब्रेक मारा। उतने में दूसरी कार से 4 लोग उतरे और गाली-गलौज करते हुए ड्राइवर को खींचकर नीचे उतारा। ये देखकर हर्षिता भड़क गईं और उन लोगों को गालियां देने लगीं। वो कुछ समझ पातीं, उससे पहले ही दो लोग उनके करीब आए और गोलियां चलाना शुरू कर दिया। हर्षिता झटपटाते हुए दोनों सीटों के बीच से निकलने की कोशिश करती रहीं, लेकिन वो लोग तब तक गोली मारते रहे, जब तक उनकी सांसें थम नहीं गईं। खून से लथपथ हर्षिता ने चंद सेकेंड्स में ही दम तोड़ दिया और उनका शव सीटों के बीच फंस गया। काम होते ही वो चार लोग ड्राइवर और साथी कलाकार को वहीं छोड़कर भाग निकले। मानों जैसे उन्हें सिर्फ हर्षिता को ही मारना हो। ये कोई आम केस नहीं था। मौत से चंद दिनों पहले ही हर्षिता ने यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट कर रहा था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वो मरने से नहीं डरतीं। जब इस हत्याकांड की जांच शुरू हुई तो ऐसे-ऐसे सच सामने आए, जिसने पूरे दिल्ली और हरियाणा को हिला कर रख दिया। हत्या से कुछ साल पहले हर्षिता का रेप हुआ था। इसके बाद उनकी मां की भी गोली मारकर हत्या की गई थी। हर्षिता की सुपारी दी गई थी, वो भी तिहाड़ जेल में बंद एक कुख्यात गैंगस्टर द्वारा। वहीं हर्षिता खुद भी एक हत्या की साजिश रच चुकी थीं। आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में पढ़िए हरियाणवी सिंगर हर्षिता दहिया हत्याकांड की सिलसिलेवार कहानी, जिसके तार रेप, मर्डर और गैंगस्टर से जुड़े थे- हर्षिता दहिया नाम से मशहूर सिंगर-डांसर का असली नाम गीता दहिया था। वो कम उम्र की थीं, जब पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया। ऐसे में घर की जिम्मेदारी हर्षिता ने संभाली और छोटे-मोटे प्रोग्राम में गाना गाकर कमाई करने लगीं। बेहतरीन आवाज के चलते हर्षिता को जल्द ही पॉपुलैरिटी मिलने लगी। कुछ समय बाद वो मां-बहन के साथ दिल्ली के नरेला स्थित स्वतंत्र नगर में आकर रहने लगीं। हर्षिता के गाने सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे और उन्हें दिल्ली-हरियाणा में भी पॉपुलैरिटी मिल गई। इसी समय वो हरियाणवी सॉन्ग सुहागरात और धरती हाले जैसे हिट म्यूजिक वीडियो में नजर आईं और उन्हें कामयाबी मिलने लगी। हर्षिता की एक बड़ी बहन लता दहिया भी थीं। उनकी शादी साल 2011 में दिनेश माथुर से हुई थी। वो कराला, दिल्ली का रहने वाला था। शादी के बाद हर्षिता की फैमिली को पता चला कि दिनेश पर अलग-अलग मामलों में कई केस दर्ज हैं। शादी के बाद हर्षिता की बहन लता ने बेटे को जन्म दिया, लेकिन कुछ महीनों बाद ही दिनेश लता के साथ मारपीट करने लगा। यही वजह रही कि लता ससुराल छोड़कर मां और बहन के साथ दिल्ली आकर रहने लगीं। साल 2014 की बात है, हर्षिता स्कूल में थीं। शाम को हर्षिता का जीजा उन्हें लेने स्कूल पहुंचा और अपने साथ ले जाकर उनका रेप कर दिया। इस हादसे से परिवार टूट गया। मां ने हर्षिता के साथ जाकर नरेला पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन दिनेश फरार हो गया। इस केस की सुनवाई जल्द ही होनी थी, जिसकी अहम गवाह हर्षिता और उनकी मां प्रेमा देवी थीं। केस बंद करवाने के लिए दिनेश लगातार अपने छोटे भाई और गुर्गे भेजकर परिवार को धमका रहा था। वो कई बार हर्षिता के घर में घुसकर मारपीट भी कर चुका था। एक रोज दिनेश, छोटे भाई और दोस्तों के साथ हर्षिता के घर में घुस आया। उसने हथियार दिखाते हुए धमकाया कि अगर जल्द ही केस बंद नहीं किया तो वो पूरे परिवार को खत्म कर देगा। डरने के बजाय हर्षिता की मां ने साफ कह दिया कि चाहे जो हो जाए वो केस बंद नहीं करेंगी। धमकियों से तंग आकर हर्षिता ने नरेला पुलिस से सिक्योरिटी की मांग की। पुलिस लगातार उनकी मांग को टालती रही। 17 दिसंबर 2014 की बात है, जब दोपहर को दिनेश ने हर्षिता के घर कॉल किया और कहा कि आज ही उन्हें खत्म कर देगा। परिवार ने जल्द ही पुलिस से संपर्क किया और फिर सुरक्षा दिए जाने की मांग की। परिवार डरा-सहमा दिन भर घर में रहा। शाम को उनके पास एक कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वो नरेला पुलिस स्टेशन का SHO है, एक आदमी उनकी सुरक्षा के लिए घर भेजा जा रहा है। कुछ देर बाद पहुंचेगा। कुछ देर बाद किसी ने उनका दरवाजा खटखटाया। परिवार ने आवाज देकर पूछा कि कौन है, तो जवाब मिला नरेला थाने से सिक्योरिटी के लिए भेजा गया है, गेट खोल दो। जैसे ही हर्षिता की मां ने दरवाजा खोला तो देखा दिनेश, उसका साथी बंटू और एक अन्य बदमाश दरवाजे पर खड़ा है। उन्होंने मां को धक्का दिया, बेरहमी से पीटा और फिर एक-एक कर 6 गोलियां मार दीं। मां बेसुध होकर गिर पड़ीं और वो सभी फरार हो गए। हर्षिता इस केस में चश्मदीद गवाह थी। पुलिस ने 2 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद दिनेश और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। दिनेश तब से ही तिहाड़ जेल में बंद था। मां की हत्या के बाद हर्षिता और उनकी बहन को पुलिस सुरक्षा मिली, लेकिन 2 महीने में ही सिक्योरिटी हटा दी गई। तब से लेकर 2017 तक दिनेश लगातार तिहाड़ जेल से हर्षिता को कॉल कर धमका रहा था कि वो दोनों केस वापस ले ले, वर्ना वो उसे, बहन लता और उसके बेटे को भी मरवा देगा, लेकिन हर्षिता को तसल्ली थी कि अब दिनेश जेल में बंद है। मां की हत्या के बाद हर्षिता को विवादों से ही सही, लेकिन काफी पॉपुलैरिटी मिल गई। हरियाणा में उनके गाने खूब सुने जाने लगे। जैसे-जैसे उनकी पॉपुलैरिटी बढ़ रही थी, वैसे-वैसे ही म्यूजिक इंडस्ट्री में उनके दुश्मनों की गिनती भी बढ़ती जा रही थी। इसी समय हर्षिता तब सुर्खियों में आ गईं, जब उनके और पॉपुलर डांसर सपना चौधरी के बीच झगड़े की खबरें सामने आईं। हर्षिता ने सोशल मीडिया पर सपना की आलोचना करते हुए कई वीडियो पोस्ट किए थे। उनकी बहन लता ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में बताया था कि हर्षिता और सपना की बहस हुई थी। हर्षिता ने कुछ सिंगर्स का नाम लेते हुए भी एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसके चलते उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं। इसके बाद उन्होंने एक और वीडियो पोस्ट किया, जिसमें कहा कि हरियाणा के कुछ सिंगर्स वीडियो डिलीट करने के लिए धमकियां दे रहे हैं। हर्षिता ने कहा था- मैं उसका नंबर फेसबुक में पोस्ट करूंगी, उसके खिलाफ शिकायत करूंगी और आखिर में उसका नाम भी बताऊंगी। मैं जाटनी हूं, मैं किसी से नहीं डरती। मैं तो उसकी शिकायत करूंगी, उससे जो बन पड़े कर ले, चाहे मरवा दे, मैं मरने से नहीं डरती। इतना दम किसी में नहीं है जो मुझे मार दे, जाटनी हूं, शेरनी पैदा की है मेरी मां ने। मैं किसी से नहीं डरती। करने वाले कहते नहीं हैं, कर के दिखा फिर मानूंगी। इसके कुछ दिनों बाद ही 17 अक्टूबर 2017 को हर्षिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हर्षिता की हत्या की खबर मिलते ही उनकी बहन लता दहिया थाने पहुंचीं। उन्होंने साफ कहा कि उनके पति और हर्षिता के जीजा दिनेश ने ये कत्ल किया है। लता ने पुलिस को पूरी कहानी सुनाई कि दिनेश ने 2014 में हर्षिता से रेप किया था और मां की भी हत्या की। लता के बयान के आधार पर तिहाड़ जेल में बंद दिनेश को दिल्ली पुलिस ने रिमांड पर लिया। रिमांड पर लेते ही उसने तुरंत कबूल कर लिया कि उसने ही हर्षिता की सुपारी दी थी। दिनेश के इकबाल-ए-जुर्म के अनुसार, उसने जेल से ही हर्षिता की सुपारी दी थी। हर्षिता से रेप और उसकी मां की हत्या के मामले में जल्द ही हर्षिता की गवाही होनी थी। अगर वो गवाही देती तो दिनेश की मुश्किलें बढ़ सकती थीं। इसलिए उसने गवाही से पहले ही उसकी सुपारी दे दी। जेल में बंद दिनेश ने कैसे दी सुपारी? दरअसल, जिस सेल में दिनेश बंद था, उसी सेल में दिल्ली का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जितेंदर मान उर्फ गोगी भी बंद था। जेल में दोनों के बीच बातचीत हुई थी, उसी दौरान दिनेश ने गोगी से साली हर्षिता की हत्या करवाने की बात कही थी। दोनों के बीच ये तय हुआ था कि गोगी हर्षिता की हत्या करेगा और फिर जेल से निकलने के बाद दिनेश, गोगी के दुश्मनों की हत्या करेगा। कुछ समय बाद ही गोगी को बेल मिल गई थी। बाहर आते ही उसने हर्षिता की तलाश शुरू कर दी थी। हत्या से एक रोज पहले हर्षिता फेसबुक पर लाइव आई थी, जहां उसने बताया था कि अगले दिन 11 बजे वो पानीपत के चरमाड़ गांव में परफॉर्म करने वाली है। इसके बाद से ही गोगी और उसके तीन साथी चारमाड़ गांव के रास्ते में हर्षिता की रेकी करने लगे। उन्होंने प्रोग्राम खत्म कर लौट रहीं हर्षिता की कार रोकी और उनकी हत्या कर दी। दिनेश ने भले ही हत्या की बात कबूल कर ली, लेकिन गैंगस्टर गोगी फरार हो गया। उस पर दिल्ली में 4 लाख और हरियाणा में 2 लाख का इनाम था। कुछ समय बाद गोगी को ऑटोमैटिक पिस्तौल, जिंदा कारतूस और कई हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2021 में उसे रोहिणी कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया, जहां गैंगस्टर के विरोधी गैंग ने उसकी हत्या कर दी। कोर्ट में हुए शूटआउट में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 2 बदमाश भी मारे गए। मां की मौत का बदला लेने के लिए खुद गैंग में शामिल हो गई थीं हर्षिता हर्षिता की मौत के बाद उनकी बहन लता ने इंडिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि हर्षिता, मां की मौत और रेप का बदला लेना चाहती थी। वो दिनेश को मारने के लिए एक गैंग में भी शामिल हो गई थी। एक रोज उन्होंने दिनेश की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन रास्ते में ही उन्हें हथियारों के साथ पुलिस ने पकड़ लिया। हर्षिता उस समय नाबालिग थीं, इसलिए उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *