Tuesday, March 11, 2025
Latest:
Business

स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स का IPO 16 जनवरी को ओपन होगा:20 जनवरी तक बिडिंग कर सकेंगे निवेशक, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,850

Share News

स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO 16 जनवरी को ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 20 जनवरी तक बिडिंग कर सकेंगे। 23 जनवरी को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस इश्यू के जरिए कंपनी टोटल ₹199.45 करोड़ जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹160.73 करोड़ के 1,78,58,740 फ्रेश शेयर इश्यू करेगी। वहीं, इसके साथ ही कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹38.72 करोड़ के 43,02,656 शेयर बेच रहे हैं। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹85-₹90 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 165 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹90 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,850 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 2145 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,93,050 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी ने IPO का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स की स्थापना 2002 में हुई थी स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड की स्थापना 2002 में हुई थी, जो रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैसों के प्रोडक्ट को बेचने का बिजनेस करती है। यह एयर कंडीशनर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा और मेडिकल, कांच की बॉटल बनाने, एरोसोल और स्प्रे फोम जैसे इंडस्ट्रीज में भी काम करती है। IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *