सुबह राब…शाम को सोगरा या ढोकला, गेहूं से ज्यादा फायदेमंद होता है ये आहार
राजस्थान में सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्म रखने और सेहतमंद बनाए रखने के लिए पारंपरिक आहार में बाजरे का विशेष स्थान है. यहां के लोग, चाहे बच्चे हों, बड़े या बुजुर्ग, सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक बाजरे का सेवन तरह-तरह से करते हैं. सुबह के नाश्ते में बाजरे की राब बनाई जाती है, जबकि शाम के भोजन में बाजरे का सोगरा या ढोकला तैयार किया जाता है. स्थानीय बुजुर्गों का मानना है कि यह अनाज न केवल पोषण से भरपूर है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता है. (रिपोर्टः सोनाली/ जालोर)