सलीम खान@89 बदनामी न हो इसलिए दूसरी शादी की:सलमान की फीस जमा नहीं कर पाए तो खुद को दी सजा
हिंदी सिनेमा के मशहूर राइटर सलीम खान का आज 89वां बर्थडे है। मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मे सलीम खान पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के रिश्तों की वजह से हमेशा चर्चा में रहे हैं। आज बर्थडे के मौके पर जानते हैं, सलीम खान के 9 स्पेशल रिश्तों के बारे में… रिश्ता- 1- 9 की उम्र में मां और 14 की उम्र में पिता का साया उठा
एक बच्चे के लिए मां सबसे अहम होती है, लेकिन सलीम कम उम्र में ही मां के प्यार से महरूम हो गए थे। दरअसल, जब सलीम 4 साल के थे, तभी मां को ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) हो गया। इस कारण सलीम और उनके भाई को मां से दूर रहने के लिए कहा गया। मां से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए सलीम ने नीलेश मिसरा को दिए इंटरव्यू में कहा था- हम में से कोई मां के पास नहीं जा सकता था। एक दिन मैं घर के बाहर खेल रहा था। वो दूर बैठे मुझे देख रही थीं। तभी पास खड़ी औरत से उन्होंने पूछा- यह बच्चा किसका है। औरत ने बताया कि मैं उनका ही बेटा हूं। उन्होंने मुझे अपने थोड़ा पास बुलाया, निहारा और फिर वापस भेज दिया। जब मैं 9 साल का था, तब वो दुनिया से चल बसीं। जब मां को टीबी हुआ था, तभी से पिता हमारी हर इच्छा पूरी करते थे। हालांकि मैं उनसे डरता बहुत था। यही वजह थी कि मैंने फैसला किया कि मैं अपने बच्चों का दोस्त बन कर रहूंगा, ताकि वो मुझसे न डरें। जब मैं 14 साल का हुआ तो 1950 में पिता भी गुजर गए। रिश्ता-2- भाई के तानों ने मुंबई में संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया
मां-बाप के गुजर जाने के बाद सलीम खान की लाइफ में उनके सिर्फ बड़े भाई ही बचे थे। शुरुआत में बड़े भाई ने अपनी सारी जिम्मेदारी निभाई। सलीम के पिता DIG रैंक के पुलिस ऑफिसर थे। उनकी मौत के बाद यह नौकरी बड़े बेटे को मिल गई। बड़े भाई ने यह नौकरी कर सलीम की परवरिश की। जब वो कॉलेज में थे, तब ही उनके भाई ने उन्हें कार दिला दी थी, जबकि उस जमाने में कार होना काफी बड़ी बात हुआ करती थी। हालांकि जब सलीम को मुंबई आकर हीरो बनने का ऑफर मिला तो बड़े भाई का रवैया पूरी तरह से बदल गया। दरअसल, फिल्मों का ऑफर मिलते ही सलीम ने मुंबई जाने का मन बना लिया था, लेकिन उनके भाई का कहना था कि वो कुछ समय में ही वापस इंदौर आ जाएंगे। अगर वापस नहीं आएंगे तो हर महीने पैसे की डिमांड जरूर करेंगे। भाई की इन बातों से सलीम को बहुत दुख पहुंचा था। सलीम खान मुंबई तो पहुंच गए, लेकिन उन्हें न उस शहर की जानकारी थी, न इंडस्ट्री की। इस कारण उन्हें बहुत धक्के खाने पड़े। जब वे डायरेक्टर के. अमरनाथ के पास पहुंचे तो उन्हें फिल्म बारात में साइड हीरो का रोल मिल गया। उन्हें पहले ही हजार रुपए साइनिंग अमाउंट के दिए जा चुके थे। इसके अलावा उन्हें हर महीने के 400 रुपए दिए गए। फिल्म नहीं चल सकी और सलीम खान को भी कोई खास पहचान नहीं मिली। फिल्म से मिले पैसे भी खत्म होने लगे। हालात से थक-हार कर उन्होंने मुंबई छोड़ने का मन बना लिया, लेकिन तभी उन्हें भाई का ताना याद आया। इस कारण उन्होंने संघर्ष जारी रखना ही बेहतर समझा। पहली फिल्म फ्लॉप हो जाने के बाद सलीम फिल्मों में छोटे-मोटे रोल करके गुजारा कर रहे थे। फिर उन्होंने लेखन का काम शुरू किया। यह वो काम था, जो सलीम इंदौर में बहुत किया करते थे। रिश्ता-3- इंदौर में दोस्तों के मसीहा थे सलीम, प्रेम पत्र लिखकर कई रिश्ते बनाए
इंदौर में सलीम अपने दोस्तों के लव लेटर लिखा करते थे। लिखावट और अल्फाज इतने अच्छे होते थे कि हर दोस्त की बात बन जाया करती थी। सीरीज ‘एंग्री यंग मैन’ में सलीम ने कहा था- मेरे दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड के लिए लव लेटर मुझसे ही लिखवाते थे। उस वक्त तक मुझे एहसास नहीं था कि मैं लिख भी सकता हूं। जब मैं मुंबई आ गया तो इंदौर के दोस्त कहते थे कि तुम हमें बर्बाद करके मुंबई चले गए। रिश्ता-4-एक गलफहमी की वजह से जावेद अख्तर से रिश्ता टूटा
दीप्तकीर्ति चौधरी की किताब ‘रिटन बाय सलीम-जावेद’ के मुताबिक, सलीम-जावेद की जोड़ी की लिखी फिल्म जंजीर से ही अमिताभ बच्चन स्टार बने थे। जब सालों बाद उसी जोड़ी ने अमिताभ बच्चन को अपनी लिखी फिल्म मिस्टर इंडिया में काम करने को कहा, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। अमिताभ ने कहा- मैं हीरो हूं, लोग मुझे देखने आते हैं, मेरी आवाज सुनने कौन आएगा। अमिताभ के इनकार से सलीम-जावेद बेहद नाराज हुए। जावेद अख्तर ने फैसला कर लिया कि अब अमिताभ बच्चन के साथ काम नहीं किया जाएगा, हालांकि सलीम साहब इस फैसले पर राजी नहीं थे। कुछ दिनों बाद जावेद साहब, अमिताभ बच्चन के घर पर हुई होली पार्टी में पहुंचे और उनसे कहा कि सलीम खान उनके साथ कभी काम नहीं करना चाहते। इस गलतफहमी की वजह से जोड़ी के कामकाजी रिश्ते बिगड़ गए और दोनों ने फिर कभी साथ काम नहीं किया। 1982 में आखिरकार दोनों की हिट जोड़ी टूट गई। हालांकि दोस्ती आज भी बरकरार है। दोनों की दोस्ती का किस्सा यह भी है कि करियर की शुरुआत में जावेद हनी ईरानी से शादी नहीं करना चाहते थे। वे अपने करियर पर पूरा फोकस करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने सलीम को हनी के घर रिश्ता खत्म करने के लिए भेजा। दोस्त की बात मान कर सलीम जब हनी के घर पहुंचे तो उन्होंने जावेद की बहुत बुराई की। हालांकि उनकी यह कोशिश धरी की धरी रह गई। 1972 में जावेद अख्तर ने हनी ईरानी से शादी कर ली। यह किस्सा जावेद साहब और सलीम खान ने सीरीज एंग्री यंग मैन में सुनाया था। रिश्ता-5- सुशीला के पड़ोसी थे सलीम, चंद दिनों की मुलाकात के बाद शादी करने का फैसला किया
मुंबई में शुरुआती दिनों में सलीम खान वर्ली स्थित मरीना हाइट्स में अपने एक दोस्त के घर रहते थे। पड़ोस में सुशीला चरक भी रहती थीं। सलीम हट्टे-कट्टे थे। उन्हें पंजा लड़ाने में कोई जल्दी हरा नहीं सकता था। देखते ही देखते इन्हीं आदतों की वजह से कॉलोनी में उनकी पॉपुलैरिटी बढ़ गई थी। इसी पॉपुलैरिटी के चलते सलीम और सुशीला में बातचीत शुरू हो गई। दोनों परिवार की नजरों से दूर चोरी-छिपे मिला करते थे। इस तरह मुलाकात के कुछ दिनों बाद सलीम ने सुशीला से कहा- हमारा इस तरह मिलना मुझे पसंद नहीं है। मैं तुम्हारे परिवार वालों से मिलना चाहता हूं और हमारा रिश्ता फिक्स करना चाहता हूं। सुशीला ने भी उनके इस प्रस्ताव पर हामी भर दी और परिवार वालों से उन्हें मिलाने का इंतजाम कर दिया। जब सलीम, सुशीला के घर पहुंचे तो वे भरा-पूरा परिवार देख कर घबरा गए। हालांकि उन्होंने जैसे-तैसे बातें शुरू कीं। सुशीला के पिता को सलीम बहुत पंसद थे, लेकिन वो इंटर-कास्ट मैरिज के खिलाफ थे। इस बात पर सलीम ने कहा था- हमारे बीच हजारों परेशानियां हो जाएंगी, लेकिन कभी धर्म आड़े नहीं आएगा। उनकी इसी बात पर सुशीला के परिवार वाले शादी के लिए राजी हो गए। रिश्ता- 6- बदनामी न हो इसलिए दूसरी शादी की
एक वक्त ऐसा था कि एक्ट्रेस और डांसर हेलेन के पास काम नहीं था। वे आर्थिक परेशानियों में घिरी हुई थीं। तब सलीम खान ने उनकी मदद की थी। हालांकि दोनों को साथ देखे जाने पर लोगों ने अफेयर का नाम दे दिया। सलीम नहीं चाहते थे कि हेलेन के कैरेक्टर पर कोई सवाल उठाए। यही वजह रही कि उन्होंने हेलेन को दूसरी पत्नी बनाने का फैसला कर लिया, लेकिन उनके इस फैसले से सलीम और उनकी पहली पत्नी के बीच बहुत दूरियां आ गई थीं। इस किस्से का जिक्र सलीम ने नीलेश मिस्रा को दिए इंटरव्यू में किया था। वहीं, जूम को दिए एक इंटरव्यू में इस बारे में सलीम ने कहा था, ‘हेलेन से दूसरी शादी का फैसला मैंने इसलिए नहीं लिया था कि मैं अपनी पहली शादी से परेशान था या उस शादी को खत्म करना चाहता था। मैंने हेलेन से शादी का फैसला एकदम से नहीं लिया था। इसमें लंबा टाइम लगा था। हेलेन मुझे पसंद करती थीं, लेकिन मेरे मन में उनके लिए ऐसी कोई फीलिंग नहीं थी। मैंने सलमा को इस बारे में सबसे पहले बताया था कि हेलेन मेरी जिंदगी में हैं। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि उन्हें किसी गॉसिप मैगजीन से या किसी और के जरिए हमारे रिश्ते के बारे में पता चले।’ सलीम खान ने आगे कहा, ‘जब मैंने उन्हें बताया तो लाजिमी है कि वो इस बात से खुश नहीं थीं क्योंकि ये कोई अच्छी चीज नहीं थी जो कि मैं करने जा रहा था। बेशक, हमारे बीच में इसके बाद दिक्कतें हुईं। कुछ समय बाद सबने इस बात को स्वीकार कर लिया था।’ सलीम खान ने इंटरव्यू में सलमा खान की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्होंने पूरी स्थिति को बेहतर तरीके से हैंडल किया था और वो इस बात के लिए हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेंगे। रिश्ता- 7- सड़क किनारे मां के शव के पास रोती बच्ची को गोद लिया
सलीम खान के 5 बच्चे हैं- तीन बेटे सलमान खान, अरबाज खान, सोहेल और दो बेटियां अर्पिता और अलवीरा। सलीम खान की दूसरी बेटी अर्पिता खान उनकी सगी बेटी नहीं हैं। दरअसल सलीम एक दिन मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। तभी सड़क किनारे एक बच्ची अपनी मां के लाश से सटे रो रही थी। उस बच्ची का दुख सलीम से देखा नहीं गया और वो उसे लेकर घर आ गए। सलीम और उनकी दूसरी पत्नी हेलेन की कोई संतान नहीं थी। ऐसे में उन्होंने उस बच्ची को लीगली गोद ले लिया। ये बच्ची कोई और नहीं बल्कि अर्पिता खान हैं, जिनमें सलमान खान की जान बसती है। रिश्ता- 8- सलमान की बाकी बच्चों से तुलना नहीं करते हैं सलीम
सलीम खान के सभी बच्चों में बड़े बेटे सलमान खान ज्यादा सक्सेसफुल हैं। सलमान के साथ अपनी बॉन्डिंग में सलीम खान ने The Invincibles Series के इंटरव्यू में कहा था- जब मैंने सलमान की पहली फिल्म देखी थी, तभी मुझे विश्वास हो गया था कि एक दिन यह बहुत बड़ा एक्टर बनेगा। सलमान के करियर में मेरा बस इतना सा योगदान है कि मैंने उसे समय-समय पर सही चुनाव की सलाह दी है। हालांकि मैंने अपनी राय कभी थोपने की कोशिश नहीं की है। यही काम मैंने बाकी बच्चों के साथ भी किया। दूसरी सबसे अहम बात कि मैंने यह कंपैरिजन भी नहीं किया है कि सलमान बाकी बच्चों की तुलना में ज्यादा सक्सेसफुल है। मुझे बाकी बच्चों की मेहनत दिखती है। मुझे विश्वास है कि सभी अच्छा काम कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। सलमान की फीस न भर पाने पर खुद को दी सजा
सलीम अपने बच्चों को हमेशा प्रोटेक्ट करते हैं। जब-जब सलमान मुसीबत में आए हैं, सलीम ने एक पिता की जिम्मेदारी बहुत अच्छे तरीके से निभाई है। सलमान खान ने पिता सलीम से जुड़ा एक किस्सा कपिल शर्मा शो में सुनाया था। उन्होंने कहा था कि एक वक्त ऐसा आया था कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। सलीम खान के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे सलमान की स्कूल फीस भर सकें। एक दिन सलीम बेटे के स्कूल पहुंचे तो देखा सलमान क्लास के बाहर हाथ ऊपर करके खड़े हैं। बेटे की यह हालत देख वो सीधे प्रिंसिपल के पास गए। वजह पूछे जाने पर प्रिंसिपल ने कहा- आपके बेटे की फीस नहीं जमा हुई है, इस वजह से उसे सजा मिली है। जवाब में सलीम ने कहा- अगर बेटे की फीस जमा नहीं है, तो यह गलती मेरी है। मुझे सजा मिलनी चाहिए। प्रिंसिपल से यह बात कहने के बाद सलीम बाहर जाकर उसी जगह पर खड़े हो गए, जहां उनके बेटे को खड़ा किया गया था। सलमान खान जेल में बंद थे, तो सलीम पानी भी नहीं पी पाते थे
काले हिरण मामले में सलमान खान को 18 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। इस बारे में बात करते हुए सलीम खान ने कहा था- कोई भी पेरेंट बेटे को जेल में बंद नहीं देख सकता है। जब वो जेल में बंद था, तब हम लोग पानी भी नहीं पी पाते थे। AC में सोना भी नागवारा था, क्योंकि जेल में न तो AC था, न पंखा। पानी की व्यवस्था भी खराब थी। इन दिनों सलमान खान काले हिरण मामले की वजह से लॉरेंस गैंग के निशाने पर हैं। कुछ समय पहले सलीम खान को भी लॉरेंस गैंग से धमकियां मिली थीं। लगातार मिल रहीं धमकियों और सलमान के पक्ष में सलीम खान ने कुछ समय पहले एक इंटरव्यू दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके बेटे सलमान ने कभी काले हिरण का शिकार नहीं किया। उनकी माफी की कोई वजह ही नहीं है। लगातार धमकियां मिलती रहीं, इससे हमारी आजादी छिन गई। बॉलीवुड से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… टिकटॉकर महक बुखारी, जिसे दोहरे हत्याकांड में मिली उम्रकैद:मां के नाजायज रिश्ते से छुटकारा पाने के लिए कातिल बनीं, ब्लैकमेलिंग होने पर रची साजिश अनसुनी दास्तान के 4 चैप्टर्स में पढ़िए नाजायज रिश्ते, ब्लैकमेलिंग, बदले और हत्या की सिलसिलेवार कहानी… पढ़ें पूरी खबर