Monday, March 10, 2025
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शाहरुख खान से पहले आमिर को मिली थी फिल्म डर:रिजेक्ट करने पर कहा- मैं होता तो कुछ और ही हो जाता, बजरंगी भाई भी हुई थी ऑफर

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हाल ही में आमिर खान ने उन फिल्मों पर बात की, जो उन्होंने रिजेक्ट की थीं। इन फिल्मों में लगे रहो मुन्ना भाई, डर और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्में शामिल थीं। आमिर ने बताया है कि जब उन्होंने बजरंगी भाईजान की स्क्रिप्ट सुनी तो उन्होंने खुद सलमान के नाम का सजेशन दिया था। वहीं आमिर ने फिल्म डर छोड़ने का भी कारण बताया है। आमिर खान फिल्म फेस्टिवल के लॉन्च इवेंट में आमिर ने फिल्म डर पर कहा, एक फिल्म थी डर, जो मैं कर रहा था, लेकिन बाद में मैंने नहीं की। उसका कारण क्रिएटिवनेस नहीं कुछ और था। मुझे लगा कि वो सही ही हुआ क्योंकि जो सुर यश जी (चोपड़ा) पकड़ रहे थे, शाहरुख उस सुर में सही तरह जंच रहे थे। मुझे लगा कि अगर मैं करता तो वो कुछ और ही हो जाता। बजरंगी भाईजान के लिए खुद दिया था सलमान के नाम का सजेशन लॉन्च इवेंट में आमिर खान ने बताया है कि फिल्म बजरंगी भाईजान के राइटर विजेंद्र प्रसाद उनके पास स्क्रिप्ट लेकर आए थे, लेकिन उन्होंने फिल्म ठुकरा दी। इस पर आमिर ने कहा, बजरंगी भाईजान की स्क्रिप्ट मुझे बहुत पसंद आई थी। मैंने कहा था ये बहुत अच्छी स्क्रिप्ट है, लेकिन मुझे लगता है कि ये आप सलमान के पास ले जाइए। वो सलमान के पास नहीं ले गए, कबीर (डायरेक्टर) के पास ले गए। बाद में कबीर आखिरकार सलमान खान के पास गए। राजकुमार हिरानी लगे रहो मुन्नाभाई से पहले गांधीगिरी के कॉन्सेप्ट में आमिर को करने वाले थे साइन आमिर खान ने बातचीत में ये भी बताया कि एक समय राजकुमार हिरानी उन्हें लेकर गांधीगिरी पर फिल्म बनाने वाले थे। आमिर को कॉन्सेप्ट पसंद भी आया था, लेकिन बाद में राजकुमार हिरानी ने उस कॉन्सेप्ट पर लगे रहो मुन्नाभाई फिल्म बनाई। इस पर आमिर ने कहा, जब राजू (राजकुमार हिरानी) ने वो स्क्रिप्ट लिखी, तब वो मुझे उस फिल्म में लेना चाहते थे। बाद में उन्होंने कहा कि आमिर मैं जो स्क्रिप्ट लिख रहा था वो अब बदल गई है और वही अब मुन्नाभाई 2 बन गई है। आमिर खान ने बताया कि फिल्म का पुराना कॉन्सेप्ट एक ऐसे शख्स के बारे में था, जो आजादी की लड़ाई में शामिल होता है। उसे लाठीचार्ज में सिर पर डंडा लगता है। देश आजाद होने के बाद वो 90 के दशक में भी डंडा लगने से यही सोचता रहता है कि गांधी जी अब भी जिंदा है। वो शख्स उन्हीं की बातें फॉलो करता है। हालांकि समय के साथ स्क्रिप्ट में बदला कर दिया गया और इस पर फिल्म लगे रहो मुन्नाभाई बनी।

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