शादियों में आई मुश्किलों पर एक्ट्रेस दलजीत कौर बोलीं:दोनों आदमी अपनी जिम्मेदारी से भागे, अब प्यार पर भरोसा नहीं
दलजीत कौर इन दिनों केन्या-बेस्ड बिजनेसमैन निखिल पटेल से तलाक की मुश्किल प्रक्रिया से गुजर रही हैं। एक्ट्रेस के मुताबिक, वे अब प्यार के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि उनकी पहले शालीन भानोट से और अब निखिल से शादी में उन्हें काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी हैं। बता दें, दलजीत ने मार्च 2023 में निखिल पटेल से शादी की थी और उसके बाद बेटे जॉर्डन के साथ केन्या शिफ्ट हो गई थीं। आठ महीने बाद दलजीत बेटे के साथ भारत लौट आईं और सोशल मीडिया के जरिए तलाक की ओर इशारा किया था। जॉर्डन उनके पहले पति शालीन भानोट और दलजीत का बेटा है। दोनों की शादी 2015 में टूटी थी। निखिल की गेस्ट बनकर उनके घर नहीं गई थी: दलजीत दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान, तलाक की प्रक्रिया पर दलजीत ने कहा, ‘न्याय के लिए मेरी लड़ाई अभी भी जारी है। शादी के दौरान जो हुआ, उस पर मैं कोर्ट और लीगल प्रक्रियाओं के जरिए अपने हक के लिए खड़ी हूं। निखिल यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हमारी शादी हुई ही नहीं थी, लेकिन मैं पूरी ताकत से यह साबित कर रही हूं कि मैंने शादी की थी। मैं किसी की गेस्ट बनकर उनके घर नहीं गई थी।’ मुझे न्याय चाहिए और यह हर महिला का हक है दलजीत ने कहा कि यह पूरी प्रोसेस बहुत दुखद और अपमानजनक है। ‘अगर वे साबित कर पाए कि शादी नहीं हुई थी, तो यह शर्मनाक होगा। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो मुझे उम्मीद है कि उन्हें इतनी कड़ी सजा मिले कि आगे से कोई और लड़की इस तरह का धोखा न झेले। मुझे न्याय चाहिए और यह हर महिला का हक है। ये सिर्फ मेरी बात नहीं है, मेरे माता-पिता, मेरे बेटे, सब इस न्याय के हकदार हैं। मैं लड़ाई जारी रखूंगी। क्योंकि मुझे यकीन है कि सच्चाई मेरे साथ है।’ इंसाफ के लिए अगले जन्म का इंतजार नहीं करना उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे कोर्ट-कचहरी की ज्यादा समझ नहीं है, लेकिन मुझे विश्वास है कि ऊपरवाला इंसाफ करेगा। मुझे अगले जन्म का इंतजार नहीं करना, इसी जन्म में इंसाफ चाहिए। मैं हर स्तर पर अपने हक और सम्मान के लिए लड़ रही हूं और लड़ती रहूंगी।’ लोग कहते है – जब देखो दुखड़ा गाती रहती हो, लेकिन क्या करूं? दलजीत ने आगे कहा, ‘लोग मुझसे अक्सर कहते हैं कि ‘जब देखो दुखड़ा गाती रहती हो’, लेकिन क्या करूं? जो हुआ, वो हुआ। मैंने अपनी जिंदगी में शानदार चीजें भी देखी हैं, लेकिन मैंने वो भी देखा जो शायद कोई और नहीं देख पाता।’ दोनों आदमी अपनी जिम्मेदारी से भागे क्या दलजीत कौर अब फिर से प्यार के लिए तैयार हैं? ‘नहीं। मेरा प्यार मेरा बेटा है, मेरी फैमिली है, मैं बहुत खुश हूँ, मेरा परिवार, मेरे दोस्त सब मुझे बिल्कुल ऐसे हथेली पर रखे हैं। और मैं उन्हें अब सही साबित करना चाहती हूं। अब मुझे अपने बेटे की जिंदगी बहुत अच्छी करनी है। मुझे लगता है, इसलिए दोनों आदमी मेरी जिंदगी से चले गए। क्या जिम्मेदारी? जिम्मेदारी तो नहीं चाहिए कोई? मैं अकेले बहुत हूं, सो मैं जीडेन का ख्याल रखूंगी, अपने माता-पिता का ख्याल रखूंगी। और मैं ठीक हूं।’ सिंगल पेरेंट होना एक सुपरपॉवर है बातचीत के दौरान, दलजीत कौर ने सिंगल मदरहुड को अपनी जर्नी को एक सुपरपावर जैसा अनुभव बताया। उन्होंने कहा, ‘सिंगल पेरेंट होना एक अजीब तरीके से सुपरपॉवर है, क्योंकि हर चीज की जिम्मेदारी मेरी है। चाहे कुछ भी हो, मैं सब कुछ अपनी तरफ से करने की कोशिश करती हूं। ये ओनरशिप का एहसास बहुत गहरा है। सिंगल पेरेंटिंग में हर काम खुद करना पड़ता है, लेकिन जब मैं अपने बेटे के साथ हमारे रिश्ते को देखती हूं, तो लगता है कि ये बहुत गहरा और खास है। शायद यह गहराई नॉर्मल पति-पत्नी के रिश्तों में नहीं होती। सिंगल पेरेंटिंग में एक अलग ही जोश होता है।’ शुरुआत में काफी घबराई हुई थी दलजीत ने अपने सिंगल पेरेंटिंग के शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा, ‘जब जेडन बहुत छोटा था, तो उसकी बेसिक जरूरतें पूरी करना मेरे लिए बड़ी चुनौती थी। नए मदरहुड के एक्सपीरियंस, शारीरिक बदलाव और अचानक आई जिम्मेदारियों ने मुझे काफी घबराया था। वह समय बहुत मुश्किल था, क्योंकि न सिर्फ पैसे की तंगी थी, बल्कि मेंटली और इमोशनल तौर पर भी खुद को संभालने की कोशिश कर रही थी।’ हालांकि, दलजीत ने इस सफर में कॉन्फिडेंस और मेहनत को अपना सबसे बड़ा सहारा बताया। ‘मुझे अपनी मेहनत और ईमानदारी पर भरोसा है। मैं जानती हूं कि अगर कुछ भी हो जाए, तो मैं रिसेप्शनिस्ट बनकर भी काम कर सकती हूं। पढ़ी-लिखी हूं और इतनी काबिलियत है कि अपने बेटे को पाल सकती हूं। जिंदगी में बदलाव होता रहता है और हमें इसे स्वीकार करना चाहिए। मैंने भी इसे अपनाया और इससे सीखा। आज, मैं पूरे कॉन्फिडेंस से कह सकती हूं कि मैं किसी भी सिचुएशन से निपटने के लिए तैयार हूं।’