वेदांता राजस्थान में ₹1 लाख करोड़ का निवेश करेगी:इस फंड को रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट में इस्तेमाल किया जाएगा, रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे
मेटल एंड माइनिंग कंपनी वेदांता लिमिटेड करीब 1 लाख करोड़ रुपए राजस्थान में निवेश करेगी। इस निवेश का बड़ा हिस्सा रिन्यूएबल पावर प्रोजेक्ट के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कंपनी की डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने बीते दिन शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा – हमारी कंपनी हिंदुस्तान जिंक और केयर्स इंडिया राजस्थान में पहले से मौदूज है। हमने पिछले कुछ सालों में राज्य में 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है। आने वाले समय में हम इसी तरह और 1 लाख करोड़ का निवेश करेंगे। इस निवेश से राजस्थान में इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। वेदांता ने एक साल में दिया 101.29% रिटर्न
वेदांता का शेयर शुक्रवार यानी 30 अगस्त को 0.91% बढ़कर ₹467.60 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों को 101.29% का रिटर्न दिया है। बीते 6 महीने में शेयर 74.45% चढ़ा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.74 लाख करोड़ रुपए है। पहली तिमाही में वेदांता का मुनाफा 54% बढ़ा
वेदांता लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 54% बढ़कर ₹5,095 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹3,308 करोड़ रहा था। कंपनी ने 6 अगस्त को पहली तिमाही के नतीजे जारी किए थे। पहली तिमाही में रेवेन्यू ₹35,239 करोड़ रहा
FY25 की पहली तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू ₹35,239 करोड़ रहा। एक साल पहले की समान तिमाही यानी FY24 की पहली तिमाही में रेवेन्यू ₹33,342 करोड़ रहा था। क्या होता है स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड?
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि, कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। सेमीकंडक्टर बनाने के फील्ड में भी कदम रख रही वेदांता
वेदांता, जिंक, क्रोमियम, कॉपर, लेड, एल्युमिनियम और सिल्वर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। ऑयल एंड गैस, आयरन एंड स्टील, कोयला और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कंपनी काम करती है। इसके साथ ही अब वेदांता सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास बनाने के फील्ड में भी कदम रख रही है। इसके फाउंडर और चेयरमैन अनिल अग्रवाल इंडिया के मेटल मैन के नाम से जाने जाते हैं। इसके चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सुनील दुग्गल हैं।