Saturday, March 15, 2025
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विदेश मंत्रालय बोला- मोदी-ट्रम्प के बीच बांग्लादेश पर बातचीत हुई:अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- हसीना सरकार गिराने में हमारा हाथ नहीं, मामले को मोदी पर छोड़ा

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पीएम मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे पर राष्ट्रपति ट्रम्प से बांग्लादेश के हालात पर बात की। विदेशी सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की मुलाकात में बांग्लादेश के हालात पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बांग्लादेश में हुए बदलावों को लेकर अपने विचार और अपनी चिंताएं राष्ट्रपति ट्रम्प के सामने रखी हैं। साथ ही यह भी बताया कि भारत इस पूरी स्थिति को कैसे देखता है। वहीं, अगले हफ्ते भारत और बांग्लादेश के बीच बॉर्डर को लेकर बातचीत होनी है। इस बैठक में बॉर्डर पर बाड़ लगाने और बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा BSF सैनिकों और भारतीय नागरिकों पर हमलों पर भी बात की जाएगी। ट्रम्प बोले- बांग्लादेश की पिछली सरकार गिराने में हमारा हाथ नहीं उधर, ढाका के राजनीतिक गलियारों में ये चर्चाएं हैं कि अमेरिका के डीप स्टेट के दखल से देश में विरोध प्रदर्शन बढ़े और आवामी लीग की सरकार गिर गई। जब मोदी से मुलाकात से पहले ट्रम्प से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन में अमेरिका का हाथ नहीं है। ट्रम्प ने कहा, इसमें हमारे डीप स्टेट का कोई रोल नहीं था। यह ऐसी बात है, जिस पर भारतीय पीएम लंबे समय से काम कर रहे हैं। इस पर कई साल से काम हो रहा है। मैं इसके बारे में पढ़ता रहा हूं, लेकिन बांग्लादेश के मुद्दा पर पीएम मोदी बात करें तो बेहतर होगा। हालांकि, ये साफ नहीं है कि ट्रम्प ने भारत की तरफ से कौन सी काम का जिक्र किया था। बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में गिरी थी शेख हसीना सरकार बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन के चलते 5 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने भारत में शरण ली। बांग्लादेश के नोबेल प्राइज विनर मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया। तख्तापलट के बाद भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव बना हुआ है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हमलों पर भारत ने नाराजगी जाहिर की है। वहीं, बांग्लादेश ने भारत के आरोपों को प्रोपोगैंडा यानी दुष्प्रचार का नतीजा बताया है। हालांकि तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में जगह-जगह हिंदू धार्मिक स्थलों और हिंदू नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास देशद्रोह के आरोप में 25 नवंबर से पुलिस हिरासत में हैं। पिछले महीने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश की तरफ से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शुरुआती 100 दिन में में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। यूनुस प्रशासन अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराधों को रोकने में नाकाम रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार 5 से 20 अगस्त के बीच ही अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध के 2 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे, जिसमें 9 अल्पसंख्यकों की मौत हो गई थी। इन मामलों में सरकार ने अपराधियों की पहचान करने और उन्हें सजा देने में लापरवाही बरती है। भारत-बांग्लादेश के बीच सीमा पर फेंसिंग को लेकर विवाद भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर फेंसिंग के विवाद को लेकर भारत ने 13 जनवरी को बांग्लादेश के डिप्टी हाईकमिश्नर नुरूल इस्लाम को तलब किया था। भारत ने नुरूल इस्लाम से कहा कि सीमा पर फेंसिंग प्रोटोकॉल के तहत हो रहा है और इसमें दोनों देशों के बीच हुए समझौते का पालन किया गया है। 12 जनवरी को बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने कहा था कि बांग्लादेश अपनी सीमा पर किसी को कोई जगह नहीं देगा। जहांगीर आलम ने कहा कि भारत ने 2010 से लेकर 2023 तक 160 जगहों पर फेंसिंग का काम किया था। 10 जनवरी से BSF ने फिर से यह काम शुरू किया, इसमें 5 जगहों पर विवाद शुरू हो गया। यह विवाद चपैनवाबगंज, लालमोनिरहाट में तीन बीघा कॉरिडोर, नौगांव में पटनीताला, फेनी, कुश्तिया और कुमिला में हुआ। आलम के मुताबिक बांग्लादेश की आपत्ति के बाद BSF ने फेंसिंग का काम बंद कर दिया है। BSF ने बांग्लादेश को भरोसा दिया कि वह कांटेदार तार से फेंसिंग का काम बंद कर देगा। ———————————– बांग्लादेश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… आर्मी चीफ बोले-बांग्लादेश की चुनी सरकार से ही बात करेंगे:चीन सीमा पर स्थिति संवेदनशील, मणिपुर में हिंसा के बीच शांति की कोशिश जारी आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट के दौरान उनके सेना प्रमुख के संपर्क में था, लेकिन अब हम बांग्लादेश के साथ संबंधों के बारे में तभी बात कर सकते हैं जब वहां चुनी हुई सरकार हो। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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