राजस्थान SI रिक्रूटमेंट एग्जाम पर हाईकोर्ट की रोक बरकरार:80 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, 40 ट्रेनी इंस्पेक्टर सस्पेंड, डमी कैंडिडेट बन दिया था एग्जाम
राजस्थान में 2021 में हुए सब-इंस्पेक्टर रिक्रूटमेंट एग्जाम पर हाईकोर्ट ने स्टे बरकरार रखा है। इस मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकार ने कहा कि एग्जाम जल्दबाजी में कैंसल नहीं किया जा सकता। एडिशनल एडवोकेट जनरल विज्ञान शाह ने कहा कि पेपर लीक के आरोपों को लेकर जांच की जा रही है। जस्टिस समीर जैन की सिंगल जज बेंच ने फैसला सुनाया कि सब-इंस्पेक्टर्स की भर्ती के लिए लिया गया हर एक्शन कंटेम्पट ऑफ कोर्ट माना जाएगा। अब इस मामले में अगली सुनवाई 10 फरवरी को होगी। कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा कि एग्जाम कैंसिल करने को लेकर मिनेस्टेरियल कमेटी की बैठकों का विवरण भी अगली सुनवाई में पेश किया जाए। नवंबर 2024 में लगा था स्टे दरअसल, सब-इंस्पेक्टर रिक्रूटमेंट एग्जाम सितंबर 2021 में हुआ था और इसके जरिए 859 वैकेंसी भरी जानी थीं। इसके बाद इसे लेकर विवाद हुआ। कई कैंडिडेट्स ने पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों के आरोप लगाए। राजस्थान हाईकोर्ट ने 18 नवंबर 2024 को इस एग्जाम के जरिए हुई भर्तियों पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने आदेश दिया कि एग्जाम में सिलेक्टेड कैंडिडेट्स की ट्रेनिंग रोकी जाए, पासिंग आऊट परेड न हो और ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को फील्ड में पोस्ट न किया जाए। अब तक 80 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं SI रिक्रूटमेंट एग्जाम को लेकर कई FIR दर्ज की गई और अब तक करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 50 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर हैं और 2 राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन यानी RPSC के सदस्य हैं। राज्य सरकार की ओर से कोर्ट में केस लड़ने वाले विज्ञान शाह ने बताया कि करीब 40 ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर्स को अरेस्ट किया गया है। ये वो लोग हैं जो एग्जाम में डमी कैंडिडेट्स के रूप में बैठे और अब इन्हें सस्पेंड किया गया है। शाह ने आगे कहा कि एग्जाम कैंसल करने जैसा फैसला सरकार जल्दबाजी में नहीं ले सकती। कैलाश चंद्रा और 24 अन्य लोगों की रिट पेटिशन के जरिए ये मामला कोर्ट के सामने आया। इस पेटीशन में कहा गया कि पेपर लीक की वजह से काबिल कैंडिडेट्स को एग्जाम में सिलेक्ट नहीं किया गया है। कुछ पेटीशनर्स को 400 में से 300, 310 मार्क्स तक मिले। जबकि मेरिट लिस्ट में आखिरी सिलेक्टेड कैंडिडेट के मार्क्स 326 थे। पेटिशनर्स ने कहा कि अयोग्य कैंडिडेट्स को एग्जाम में गड़बड़ी करके सिलेक्ट किया गया है। इसके बाद स्टेट पुलिस हेडक्वार्टर्स और एडवोकेट जनरल ने एग्जाम कैंसल करने का सुझाव दिया था। वहीं, राज्य सरकार का मानना है कि एग्जाम तब तक कैंसल नहीं किया जा सकता जब तक की जांच पूरी न हो जाए। इस बीच पब्लिक के बीच गुस्सा बढ़ रहा है और राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन्स ग्रुप यानी SOG की जांच जारी है। इसके साथ ही 1 अक्टूबर 2024 को पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर जोगराम पटेल की अध्यक्षता में 6 मेंबर की मिनिस्टेरियल कमेटी भी बनाई गई है। एजुकेशन की ऐसी ही और खबरें पढ़ें… 1. डियर इडली चटनी नो सांभर…:GATE कैंडिडेट्स को भेजा ये ईमेल, लोगों ने कहा- छोले भटूरे को क्यों भूल गए डियर इडली चटनी नो सांभर…. सुनने में किसी रेस्टोरेंट का मेन्यू लगता है लेकिन दावा किया जा रहा है कि ये मेल GATE के एक कैंडिडेट को IIT रुड़की की ओर से मिला। पूरी खबर पढ़ें…