यूपी की बस नेपाल में नदी में गिरी:27 यात्रियों की मौत, 40 से ज्यादा लोग सवार थे; पोखरा से काठमांडू जाते समय हादसा
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की एक बस शुक्रवार (23 अगस्त) को नेपाल की मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई। हादसे में 27 यात्रियों की मौत हो गई है। 10 घायल हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में 40 से ज्यादा यात्री सवार थे। बस नेपाल के पोखरा से काठमांडू जा रही थी। तभी तनहुन जिले के आइना पहाड़ा में सुबह 11.30 बजे हाईवे से लगभग 500 फीट नीचे नदी में गिर गई। बस में सवार यात्री महाराष्ट्र में भुसावल के रहने वाले थे। सभी नेपाल घूमने गए थे। तनहुन के मुख्य जिला अधिकारी जनार्दन गौतम ने बताया कि कुछ घायलों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल सेना सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। सशस्त्र पुलिस बल (APF) के 45 जवानों की एक टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है। नेपाल सेना का एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर मेडिकल टीम को लेकर काठमांडू से तनहुन पहुंचा। 12 गंभीर घायल यात्रियों को एयर लिफ्ट कर काठमांडू लाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाराजगंज एसडीएम को घटनास्थल पर भेजा है। बस हादसे की तस्वीरें… महाराष्ट्र से 3 बसें नेपाल यात्रा पर गई थीं
गोरखपुर डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया कि हादसे का शिकार हुई बस गोरखपुर के केसरवानी टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी की है। बस का नंबर UP-53 FT 7623 है। यह गोरखपुर के धर्मशाला बाजार इलाके में रहने वाले सौरभ केसरवानी की पत्नी शालिनी केसरवानी के नाम पर रजिस्टर्ड है। महाराष्ट्र से करीब 4 महीने पहले केसरवानी ट्रेवल्स की 3 बसों की नेपाल जाने के लिए बुकिंग हुई थी। तीनों बसें 20 अगस्त को नेपाल पहुंचीं। 10 दिन इन्हें नेपाल में घूमना था। एक बस आज नदी में गिर गई। बताया जा रहा है कि दूसरी बसों में सवार लोग नेपाल के मुगलिंग में रुके हुए हैं। उनसे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। CM योगी आदित्यनाथ ने मदद करने को कहा
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाल बस हादसे में मदद के निर्देश दिए हैं। रिलीफ कमिश्नर जीएस नवीन ने नेपाल सरकार के अधिकारियों से बात की। नेपाल में तैनात भारतीय पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेट किया जा रहा है। यूपी सरकार के रिलीफ कमिश्नर ने बताया कि यह एक ट्रैवलर बस थी। इसलिए बस में यूपी और दूसरे राज्यों के लोगों के होने की भी संभावना है। नेपाल के अधिकारियों से संपर्क करके लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। महाराजगंज के एसडीएम को नेपाल भेजा गया है। बस मालिक ने कहा- ड्राइवर के दोनों नंबर बंद
बस के मालिक विष्णु केसरवानी ने बताया कि हमारी तीन बसें गोरखपुर से नेपाल गईं थीं। इनमें महाराष्ट्र के लोग थे। हमने सभी को इलाहाबाद से पिक किया था। यहां से चित्रकूट ले गए। फिर अयोध्या आए थे। अयोध्या से गोरखपुर होते हुए सुनौली और लुंबिनी गए थे। वहां से पोखरा गए थे। पोखरा से तीनों बस काठमांडू के लिए जा रही थी। मुगलिंग के पास एक बस का एक्सीडेंट हो गया। विष्णु केसरवानी के मुताबिक, ड्राइवर का नाम मुस्तफा है। उसका इंडियन और नेपाली नंबर, दोनों बंद है। उसके जिंदा रहने का अभी तक प्रमाण नहीं मिला है। इंडियन एंबेसी के लोग वहां पहुंच गए हैं। बस का इंश्योरेंस नेपाल और इंडिया दोनों जगह का था। तनहुन नेपाल का लैंडस्लाइड प्रोन एरिया
नेपाल का तनहुन जिला ऐसा इलाका है, जहां लैंडस्लाइड होते रहते हैं। इसके कुल 85 वार्ड में 48 लैंडस्लाइड रिस्क जोन में आते हैं। जून 2024 में यहां के चीफ डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर जनार्दन गौतम ने मानसून के दौरान यातायात संबंधी अलर्ट जारी किया था। गौतम ने मानसून के समय इस इलाके में बाहर से आने वाले यात्री को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। यह इलाका लैंडस्लाइड, बाढ़, बिजली गिरने और तूफान जैसे हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में आता है। पिछले महीने नेपाल के त्रिशुल नदी में गिरी थीं 2 बसें नेपाल में 12 जुलाई को एक और बड़ा बस हादसा हुआ था। 12 जुलाई को भारी बारिश के कारण हाईवे पर लैंडस्लाइड के चलते 2 बसें त्रिशुली नदी में गिर गई थीं। दोनों बसों में चालकों समेत 63 लोग सवार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में 7 भारतीयों और एक बस चालक की मौत हुई। 50 से ज्यादा लोग लापता हो गए। अभी तक कई यात्रियों का पता नहीं चल सका है। हादसा सेंट्रल नेपाल में मदन-अश्रित हाइवे पर सुबह करीब 3 बजकर 30 मिनट पर हुआ। पूरी खबर पढ़ें…