यूट्यूब ने भारत में न्यू शॉपिंग एफिलिएट प्रोग्राम शुरू किया:एलिजिबल क्रिएटर्स को यूट्यूब स्टूडियो में मिलेगा ये ऑप्शन, लिंक शेयर करने पर मिलेगा कमीशन
ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने भारत में न्यू शॉपिंग एफिलिएट प्रोग्राम शुरू किया है। इसके जरिए क्रिएटर्स अपने वीडियो, शॉर्ट्स और लाइव स्ट्रीम में सीधे अमेजन, फ्लिपकार्ट और मिंत्रा सहित अन्य ई कॉमर्स वेबसाइट की लिंक लगा सकते हैं, जिसके जरिए उन्हें कमीशन कमाने का मौका मिलता है। एफिलिएट प्रोगाम का उद्देश्य क्रिएटर्स को ट्रेडिशनल ऐड रेवेन्यू, यूट्यूब प्रीमियम और ब्रांड कोलेबरेशन के साथ ही एक अन्य इनकम का सोर्स मिल सकें। इसके साथ ही ब्रांड्स क्रिएटर्स के साथ मिलकर उनके व्युअर्स तक आसानी से पहुंच सकते हैं। यूट्यूब स्टूडियो के जरिए इस प्रोग्राम का एक्सेस कर सकते हैं क्रिएटर एलिजिबल क्रिएटर्स यूट्यूब स्टूडियो के जरिए शॉपिंग एफिलिएट प्रोग्राम को एक्सेस कर सकते हैं, जिससे वीडियो, शॉर्ट्स और लाइव स्ट्रीम सहित सभी कंटेंट फॉर्मेट में प्रोडक्ट को टैग कर सकते हैं। व्यूअर्स टैग किए गए प्रोडक्ट को देख सकते हैं और उसके माध्यम से ई कॉमर्स वेबसाइट पर पहुंच कर उस प्रोडक्ट की खरीदारी कर सकते हैं। प्रोडक्ट डिस्कवरी के लिए एक नया ऑप्शन यूट्यूब में शॉपिंग के जनरल मैनेजर और वॉइस प्रेसिडेंट ट्रैविस कैट्स ने कहा- 2023 में अकेले 30 बिलियन घंटे से ज्यादा शॉपिंग से जुड़े वीडियो को यूट्यूब पर देखा गया है, जो यूट्यूब शॉपिंग की ग्लोबल सफलता, क्रिएटर्स, व्यूअर्स और ब्रांड को नए तरीके से जोड़ने की शक्ति को दिखाता है। उन्होंने कहा कि यूट्यूब का यह नया कदम प्रोडक्ट डिस्कवरी के लिए एक नया ऑप्शन देता है, जो पर्सनलाइज खरीदारी के माध्यम से क्रिएटर्स और व्यूअर्स के कनेक्शन को मजबूत करेगा। कैसे शुरू हुआ यूट्यूब? 2004 में ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम- Paypal (अमेरिकन मल्टीनेशनल फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी) में काम कर चुके तीन दोस्तों चैड हर्ली, स्टीव चेन, जावेद करीम सैन फ्रांसिस्को में हुई एक डिनर पार्टी में मिले। तीनों ने एक ऑनलाइन डेटिंग सर्विस शुरू करने का प्लान बनाया। 2005 में वैलेंटाइन्स डे पर 14 फरवरी को डोमेन Youtube.com लॉन्च किया गया। इसका पहला ऑफिस एक गैरेज में बनाया गया। डेटिंग सर्विस फेल हुई तो बन गया वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म समय गुजरा लेकिन इसमें कोई वीडियो अपलोड नहीं हुआ। आइडिया फेल होने के बाद तीन फाउंडर में से एक जावेद करीम ने 23 अप्रैल 2005 को इसमें पहला वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो का टाइटल ‘मी एट द जू’ था। 19 सेकेंड के इस वीडियो में जावेद करीम खुद सैन डिएगो जू में हाथियों पर बात करते दिखे थे। सितंबर 2005 तक यूट्यूब के पहले वीडियो को 10 लाख से ज्यादा व्यूज मिले थे। आज उस वीडियो पर 26 करोड़ व्यूज और 1.3 करोड़ लाइक्स हैं। जावेद ने ट्रायल के लिए चैनल बनाया था, जिसमें मी एट द जू 18 सालों में अपलोड हुआ इकलौता वीडियो है। बस यहीं से यूट्यूब डेटिंग साइट से वीडियो प्लेटफॉर्म बना। एक साल में फास्टेस्ट ग्रोइंस साइट बनी शुरुआती ग्रोथ देखते हुए Paypal के CFO रोएलोफ बोथा ने भी इसमें पैसे लगाए और यूट्यूब को लगातार इन्वेस्टर्स मिलने लगे। लॉन्च होने के महज एक महीने बाद मई 2005 तक Youtube.com में हर दिन 30 हजार से ज्यादा यूजर्स आने लगे, 6 महीने में ही ये संख्या 20 लाख यूजर तक पहुंच गई। 2006 में यूट्यूब फास्टेस्ट ग्रोइंग साइट थी।