Monday, April 7, 2025
Latest:
Entertainment

‘मुंज्या’ फेम अभय वर्मा ने एक्टर्स को बनाया अपना टीचर:बोले- फिल्म इंस्टीट्यूट की फीस लायक पैसे नहीं थे, जो भी सीखा फिल्में देखकर ही सीखा

Share News

दिनेश विजान के हॉरर-कॉमेडी यूनिवर्स के तहत बनी फिल्म ‘मुंज्या’ का टीवी पर पहली बार 24 अगस्त को प्रीमियर होने जा रहा है। फिल्म में एक्टर अभय वर्मा लीड रोल में नजर आए है। इस फिल्म को मिली सफलता और आगे के प्रोजेक्ट्स समेत कई बातों पर उनसे खास चर्चा हुई। ‘मुंज्या’ की सफलता को लेकर क्या कहेंगे?
छोटा फायदा यह हुआ कि मुझे लोगों के प्यार के साथ-साथ कई गिफ्ट्स भी मिल रहे हैं। कई फैंस ने मुझे मेरे स्केच बनाकर भेजे हैं। मुझे लगता है कि बहुत समय बाद कोई ऐसी फिल्म आई जिसे परिवार का सबसे छोटा मेंबर भी देख सकता था और बड़ा भी। यही वजह है कि लोगों ने मुझे एक्सेप्ट कर लिया। बड़ा फायदा यह हुआ कि हाल ही में मुझे करण जौहर और इम्तियाज अली से काफी तारीफ मिली है। सुना है आप क्रिकेट के शौकीन थे फिर एक्टिंग में कैसे आना हुआ?
हां, मैं क्रिकेट बहुत खेलता था। नेशनल लेवल तक भी पहुंच गया था पर उसी बीच मेरा हाथ फ्रैक्चर हो गया, जिसके बाद से बॉलिंग करना मेरे लिए मुश्किल हो गया। इसी दौरान मेरा रूझान फिल्मों की ओर ज्यादा हो गया। मुझे फिक्शनल नॉवेल पढ़ने का भी शौक हो गया। मुझे लगता है कि एक्सीडेंट से मेरी लाइफ में काफी बदलाव हुए हैं। ‘मन बैरागी’ को लेकर कुछ शेयर करेंगे?
‘मन बैरागी’ फिल्म मैंने 6 साल पहले की थी। ये मेरी पहली फिल्म भी है पर किसी कारण से यह रिलीज नहीं हो पाई। मैं संजय लीला भंसाली सर की फिल्म देखकर ही एक्टर बनने के लिए इंस्पायर हुआ था। उन्होंने ही ये फिल्म प्रोड्यूस की थी। खुशी है कि उन्हीं के साथ मुझे पहला मौका मिला खुद को स्क्रीन पर दिखाने का। एक्टिंग को लेकर क्या कोई ट्रेनिंग भी ली है?
ईमानदारी से कहूं तो एक्टिंग ट्रेनिंग करने के लिए किसी बड़े फिल्म इंस्टीट्यूट जैसी जगह की फीस तो मैं अफोर्ड नहीं कर पाया। आगे मैं सीखना जरूर चाहूंगा। बाकी फिल्में देख-देख कर ही सीखा हूं थोड़ा बहुत तो इस लिहाज से मेरे टीचर एक्टर्स ही रहे हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि मैं इस फील्ड में आ चुका हूं तो सीखूंगा नहीं, मुझे जहां-जहां से कुछ भी नया सीखने को मिलेगा मैं सीखूंगा। दिनेश विजान के साथ आगे भी कोई प्रोजेक्ट कर रहे हैं?
दिनेश विजान के साथ एक प्रोजेक्ट है तो। उसमें ‘मुंज्या’ जैसी ही एक दुनिया है। बाकी ‘मुंज्या-2’ भी आएगी इसका मुझे अभी पता नहीं है। लकी हूं कि कॅरिअऱ के इतने शुरुआती फेज में ही मुझे इतने अच्छे और बड़े प्रोजेक्ट मिल गए हैं। स्क्रिप्ट्स सिलेक्शन को लेकर क्या किसी खास तरह का पैटर्न अपना रहे हैं?
मैंने अपने आपको किसी तरह के डिब्बे में बंद करके रखने की कोशिश नहीं की है। लोगों ने मुझे ‘मुंज्या’ के पहले भी काफी प्यार दिया है तो मैं क्यों खुद में किसी तरह का बदलाव लाना चाहूंगा। मैं तो कहूंगा कि कोई भी कहानी चाहे छोटी हो या बड़ी, चाहे उसमें दो ही लाइन क्यों न हो मेरी, या पूरी फिल्म हो। मुझे बस किरदार से मतलब होता है। वह क्या करने वाला है, उसकी वजह से क्या बड़े बदलाव हैं उस पर फोकस रहता है। ‘मुंज्या’ के टीवी पर प्रीमियर को लेकर कितना एक्साइटेड है?
मैं टीवी को थिएटर्स से बड़ा माध्यम मानता हूं। मैं खुद भी बचपन से स्टार गोल्ड देखता रहा हूं। आज मेरी ही फिल्म का इस चैनल पर रिलीज होना मेरे लिए एक बड़ी बात है। 24 अगस्त को मैं खुद ही अपनी फिल्म की पहली ऑडियंस बनने वाला हूं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *