मारुति-हुंडई के बाद महिंद्रा की गाड़ियां भी महंगी होंगी:कंपनी ने 3% तक कीमत बढ़ाने का ऐलान किया, वजह मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट बढ़ना
मारुति सुजुकी और हुंडई के बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी अपने पोर्टफोलियो में शामिल स्पोस्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) और कॉमर्शियल व्हीकल (CV) की पूरी रेंज की कीमतों में 3% तक की बढ़ोतरी करेगी। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि, गाड़ियों पर बढ़ी हुई दरें जनवरी 2025 की शुरुआत से ही लागू हो जाएंगी। कंपनी ने यह फैसला इनफ्लेशन के चलते बढ़ती लागत और कमोडिटी की कीमतों में उछाल के कारण लिया है। मर्सिडीज बेंज, BMW और ऑडी की कारें भी होंगी महंगी
इससे पहले अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियां मारुति सुजुकी, हुंडई मोटर इंडिया, मर्सिडीज बेंज, BMW और ऑडी जैसी कंपनियों ने भी जनवरी-2025 से अपनी गाड़ियों की कीमत में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। कीमतें बढ़ाने के पीछे सभी कंपनियों ने एक जैसा ही कारण दिया है। कंपनियों ने इनपुट कॉस्ट और लॉजिस्टिक्स में बढ़ोतरी के चलते ऐसा फैसला लिया है। भारत की चौथी सबसे बड़ी कार कंपनी है महिंद्रा
मार्केट शेयर के हिसाब से महिंद्रा एंड महिंद्रा भारत की चौथी सबसे बड़ी कार कंपनी है। इस साल नवंबर महीने में कंपनी ने 79,083 कारें बेचीं। सालाना आधार पर इसमें 12% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल की नवंबर के महीने में कंपनी ने 70,576 कारें सेल की थीं। महिंद्रा भारतीय बाजार में ने यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में 46,222 कारें बेचीं, जो एक साल पहले नवंबर में बेची गई 39,981 यूनिट से 16% ज्यादा है। वहीं कंपनी ने पिछले महीने 1,072 कारें एक्सपोर्ट की हैं। कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में कंपनी ने 23,282 गाड़ियां भारत में और भारत के बाहर बेची हैं। दूसरी तिमाही में महिंद्रा एंड महिंद्रा का नेट प्रॉफिट 35% बढ़ा
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 3,171 करोड़ रुपए का मुनाफा (नेट प्रॉफिट) दर्ज किया है। सालाना आधार पर (YoY) इसमें 35% की वृद्धि हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 2,348 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी ने संचालन के जरिए 37,924 करोड़ रुपए की कमाई (रेवेन्यू) की। सालाना आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 10% बढ़ा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 34,436 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। ‘महिंद्रा एंड मोहम्मद’ के रूप में हुई थी शुरुआत
महिंद्रा एंड महिंद्रा उत्पादन के मामले में भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक है। इसकी स्थापना 1945 में महिंद्रा एंड मोहम्मद के रूप में हुई थी, जिसका नाम बदलकर बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा कर दिया गया। महिंद्रा की ट्रैक्टर यूनिट वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया में सबसे बड़ा ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरर है। देश के व्हीकल मार्केट में मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स इसके सबसे बड़े कॉम्पिटिटर हैं। महिंद्रा की शुरुआत कैलाश चंद्र महिंद्रा और जगदीश चंद्र महिंद्रा ने मलिक गुलाम मुहम्मद के साथ मिलकर की थी। अभी जगदीश चंद्र महिंद्रा के पोते आनंद महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष हैं।