Wednesday, December 25, 2024
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मानव तस्करी का शिकार हमीदा 22 साल बाद भारत लौटीं:​​​​​​​दुबई बताकर पाकिस्तान भेजा, सिंधी से शादी करनी पड़ी, पंजाब के रास्ते घर वापसी

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22 साल पहले ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुईं मुंबई की रहने वाली हमीदा बानो सोमवार रात को भारत लौट आई हैं। उन्हें पंजाब के वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान से देश में लाया गया। स्वदेश आने के बाद हमीदा बानो ने बताया है कि वह दुबई जाने के लिए निकली थीं, लेकिन उन्हें पाकिस्तान भेज दिया गया। उन्होंने अपने जीवन के 22 साल पाकिस्तान में बिताए हैं। वहां उन्होंने एक शादी भी की। करीब 2 साल पहले उन्होंने एक यूट्यूबर के जरिए भारत लौटने की कवायद शुरू की थी। इसके बाद 2 साल उन्हें कागजी कार्रवाई और जांच-पड़ताल में लग गए। मुंबई में कुर्ला स्टेशन के पास घर था
पंजाब के वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आईं हमीदा बानो ने बताया कि उनके पिता गुल मोहम्मद थे और मां अमीना बेगम। उनके 7 भाई-बहन थे, जिनमें 4 भाई और 3 बहनें थीं। उनका घर मुंबई के कुर्ला रेलवे स्टेशन के पास कुरेश नगर में पहाड़ी पर था। उनकी शादी हो गई थी, जिससे उनके 2 बेटे यूसुफ और फजल साथ ही 2 बेटियां यासमीन और परवीन पैदा हुए। हमीदा बानो ने बताया है कि उनके पति की मौत हो गई थी, और उन्हें अपने बच्चों का पालन-पोषण के साथ उनकी शादियां भी करनी थीं, इसलिए उन्होंने विदेश जाने का मन बनाया। उन्होंने बताया कि वह पहली बार वर्ष 2000 में भारत से दोहा, कतर गईं जहां उन्होंने 9 महीने गुजारे। दुबई, सउदी में घरों में काम करती थीं हमीदा
हमीदा ने बताया कि वह भारत लौट आईं और उन्होंने यहां आकर अपने दोनों बेटों की शादी की। इसके बाद वह फिर दुबई चली गईं और 6 महीने रहीं। जब भारत लौटीं तो उन्होंने उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की भी शादी कर दी थी। फिर वह सउदी भी गईं और 3 महीने बाद लौट आईं। वह घरों में काम करती थीं। हमीदा बताती हैं कि वह हर बार एक ही एजेंट से वीजा लेकर विदेश गईं। वही नौकरी भी दिलवाता था। लेकिन, साल 2002 में जब उन्हें दुबई जाना था, लेकिन जहाज से उन्हें पाकिस्तान पहुंचा दिया गया। तब से वह पाकिस्तान में ही थीं। पाकिस्तान में हैदराबाद लेकर पहुंचा जहाज
हमीदा ने बताया है कि भारत में मुंबई से चला जहाज उन्हें दुबई के बजाय पाकिस्तान के हैदराबाद लेकर पहुंचा था। वहां उन्होंने कैंप में 3 महीने काटे। फिर उन्हें छोड़ दिया गया। उनके पास कुछ पैसे थे, जिन्हें उन्होंने अपनी सलवार में छिपा लिया था। उनके साथ जहाज में करीब 500 महिलाएं थीं, जो भारत के विभिन्न राज्यों से थीं। जब 3 महीने बाद उन्हें कैंप से छोड़ दिया गया तो वह हैदराबाद से इस्लामाबाद पहुंच गईं। उनका कोई वहां था नहीं, इसलिए कुछ दिनों तक उन्हें एक सिंधी आदमी परेशान करता रहा। उन्होंने बताया कि सिंधी आदमी से तंग आकर वह एक मौलवी के पास गईं। वहां उन्होंने अपनी परेशानी बताई तो मौलवी ने उन्हें शादी करने की सलाह दी। 4 बच्चों के पिता से शादी की
हमीदा बताती हैं कि उन्होंने उस सिंधी से शादी कर ली। उसके 4 बच्चे थे और पत्नी की मौत हो चुकी थी। उन बच्चों की देखभाल के लिए सिंधी ने शादी कर ली। इसके बाद हमीदा ने 12 साल उस सिंधी की पत्नी बनकर काटे। इसके बाद सिंधी की मौत हो गई। हालांकि, हमीदा का कहना है कि सिंधी से उनका कोई बच्चा नहीं हुआ। हमीदा का कहना है कि उन्होंने घर से लाए फोन नंबर पर कई बार कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन नंबर बदल चुके थे। इसके बाद उन्हें एक यूट्यूबर मिला जिसने करीब 2 साल पहले उनका इंटरव्यू कर यूट्यूब पर अपलोड किया। इसके बाद हिंदुस्तानी दूतावास ने हमीदा को बुलाया और घर भेजने का आश्वासन दिया। अब वह 60 साल की हैं, भारत आ गई हैं।

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