ब्राजील में आज G20 समिट का पहला दिन:21 सदस्य होंगे शामिल; प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील पहुंचे, चीनी राष्ट्रपति से हो सकती है मुलाकात
ब्राजील में आज से 19वें G20 समिट की शुरुआत हो रही है। समिट में शामिल होने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के रियो डि जेनेरियो पहुंच चुके हैं। यहां भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। समिट दो दिन 18 और 19 नवंबर तक चलेगा। 19 देश और 2 संगठन (यूरोपियन यूनियन और अफ्रीकन यूनियन) G20 का हिस्सा हैं। 2023 में G20 समिट का आयोजन भारत में हुआ था। रियो में मोदी के वेलकम की 5 फोटोज… एक महीने में दूसरी बार मिल सकते हैं मोदी-जिनपिंग G20 समिट के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी रियो पहुंचेंगे। यहां सम्मेलन के इतर दोनों नेताओं की द्विपक्षीय बातचीत होने की संभावना है। अगर ब्राजील में मोदी और जिनपिंग मिलते है तो ये दोनों नेताओं की एक महीने के अंदर दूसरी मुलाकात होगी। इससे पहले 23 अक्टूबर को रूस के कजान में BRICS समिट में दोनों नेता पांच साल बाद मिले थे। यहां उनके बीच 50 मिनट तक बात हुई थी। इस दौरान PM मोदी ने कहा था कि सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके बाद भारत और चीन ने देपसांग और डेमचोक से सेनाएं बुला ली थीं। 2020 में भारत-चीन सीमा पर हुई गलवान झड़प के बाद से 2024 BRICS समिट तक दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हुई थी। ——————————- विदेशों की ये खबरें भी पढ़ें… PM मोदी को नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च सम्मान मिला:बोले- यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों और दोनों देशों के बीच मित्रता को समर्पित नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से नवाजा है। नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू ने पीएम मोदी को सम्मानित किया। पीएम मोदी ने कहा- ‘मैं नाइजीरिया के राष्ट्रीय सम्मान के लिए नाइजीरिया सरकार और नाइजीरिया की जनता का दिल से आभार व्यक्त करता हूं। यह सम्मान मैं 140 करोड़ भारतीयों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं।’ पूरी खबर पढ़िए… दावा- ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने बेटे को गद्दी सौंपी:बीमारी की वजह से पद छोड़ा, 55 साल के मुजतबा का खुफिया एजेंसी में दबदबा ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने अपने दूसरे बेटे मुजतबा खामेनेई को उत्तराधिकारी बना दिया है। बताया जा रहा है कि खामनेई ने बीमारी के चलते यह फैसला लिया है।रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान की एक्सपर्ट असेंबली ने 26 सितंबर को ही नए सुप्रीम लीडर का चुनाव कर लिया था। खुद खामेनेई ने असेंबली के 60 सदस्यों को बुलाकर गोपनीय तरीके से उत्तराधिकारी पर फैसला लेने कहा था। असेंबली ने सर्वसम्मति से मुजतबा को चुना। पूरी खबर पढ़िए…