‘बेटे को जहर देकर मारा, बेटी का गला घोंटा फिर पूर्व लेक्चरर और पत्नी ने दी आत्महत्या, जानें इसके पीछे का कारण
हैदराबाद में एक परिवार ने आर्थिक तंगी झेलते हुए ऐसा कदम उठा लिया कि अब हर कोई इससे हैरान हो गया है। हैदराबाद में रहने वाले पूर्व जूनियर लेक्चरर चंद्रशेखर रेड्डी ने पांच महीने पहले ही अपनी नौकरी छोड़ी थी। इसके बाद से ही परिवार गंभीर आर्थिक तंगी को झेल रहा था।
चंद्रशेखर रेड्डी ने अपने पूरे परिवार के साथ अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। जांच में जुटी पुलिस को रेड्डी के किराए के घर से एक कथित सुसाइड नोट मिला है। इस सुसाइड नोट में 44 वर्षीय रेड्डी ने स्पष्ट रूप से बताया है कि किस तरह वे बुरे दौर से गुजर रहे थे। इस कारण दंपत्ति ने सोमवार को अपने दोनों बच्चों की हत्या की और बाद में खुद भी अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
रेड्डी, उनकी पत्नी और दो बच्चों के हब्सीगुडा स्थित घर में मृत पाए गए है। इस घटना के पुलिस की प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि दंपत्ति ने वित्तीय समस्याओं के कारण यह कदम उठाया। मामले की जांच कर रही उस्मानिया विश्वविद्यालय पुलिस ने पत्र को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
मंगलवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “ऐसा संदेह है कि उन्होंने अपने बेटे को जहर दिया और सोमवार रात को खुद को फांसी लगाने से पहले अपनी बेटी का गला घोंट दिया।” दोनों बच्चे नाबालिग थे, लड़का कक्षा 5 में और लड़की कक्षा 9 में पढ़ती थी। परिवार वानापर्थी जिले का रहने वाला था और काम के लिए हैदराबाद आया था।
केमेस्ट्री में ग्रेजुएट रेड्डी ने एक दशक पहले रियल एस्टेट में अपनी किस्मत आजमाई थी, मगर वो सफल नहीं हुए और उन्हें घाटा हुआ था। बाद में एक रिश्तेदार की सलाह पर उन्होंने एक निजी कॉलेज में लेक्चरर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। एक पुलिसकर्मी ने बताया, “पांच महीने पहले नौकरी छोड़ने के बाद से रेड्डी सिर्फ अपने घर पर ही रहता था और कुछ भी नहीं करता था।”
सोमवार की सुबह उनकी पत्नी कविता ने अपनी मां से बात की, जिन्होंने बताया कि उनकी आवाज सुस्त लग रही थी। बाद में शाम को जब उसकी मां ने कविता से संपर्क करने की कोशिश की तो कोई जवाब नहीं मिला। “हमें उनसे ऐसा करने की उम्मीद नहीं थी। हमने हाल ही में उन्हें उनके कुछ बकाये चुकाने के लिए एक बड़ी रकम भी दी थी।
कविता के पिता ने कहा, “अगर हमें पता होता कि वे इतने गहरे वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं तो हम निश्चित रूप से उनकी मदद करते।” पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। डीसीपी (ईस्ट ज़ोन) बी बाला स्वामी ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर जांच आगे बढ़ेगी।”