बाइडेन बोले- मैं चुनाव में ट्रम्प को हरा सकता था:पार्टी की एकजुटता के लिए दावेदारी छोड़ी; 15 जनवरी को विदाई भाषण देंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वे नवंबर में हुए चुनाव में ट्रम्प को हरा सकते थे, लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी की एकजुटता के लिए उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया। बाइडेन ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग में ये बातें कहीं। बाइडेन से पूछा गया था कि क्या आपको चुनाव ना लड़ने के अपने फैसले पर खेद है। इस पर उन्होंने एक हद तक अपनी सहमति जताई। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें चुनाव के बीच उम्मीदवारी वापस लेने का कोई पछतावा नहीं है। राष्ट्रपति बाइडेन 15 जनवरी को ओवल ऑफिस से विदाई भाषण देंगे। राष्ट्रपति के तौर पर पद छोड़ने से पहले ये उनका अंतिम भाषण होगा। यह भाषण अमेरिकी समय के मुताबिक रात 8 बजे शुरू होगा। बाइडेन बोले- कमला चार साल बाद फिर चुनाव लड़ सकती हैं
बाइडेन से जब यह पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि आपने डोनाल्ड ट्रम्प को चुनाव जीतने का आसान मौका दे दिया। उन्होंने कहा- मुझे ऐसा नहीं लगता है कि हमने ट्रम्प को आसान मौका दिया लेकिन मुझे लगता है कि मैं ट्रम्प को हरा देता। बाइडेन ने कहा कि उनकी पार्टी इस बात को लेकर चिंतित थी कि वे चुनाव में आगे बढ़ पाएंगे या नहीं। पार्टी को एकजुट रखना बहुत जरूरी था। उन्होंने कहा कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनना उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान था, लेकिन वे ऐसा इंसान नहीं बनना चाहते थे जिसकी वजह से पार्टी चुनाव हार जाए। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा- मुझे यकीन था कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, ट्रम्प को हरा सकती थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। हालांकि अगर वे चाहें तो चार साल बाद फिर से चुनाव लड़ सकती हैं। मुझे लगता है कि वे ऐसा करने के लायक हैं। कमला हैरिस ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि वे चार बाद होने वाले चुनाव के लिए रेस में होंगी या नहीं। कमला हैरिस को 1988 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के तौर पर सबसे बुरी हार मिली है। उन्होंने पिछले 36 साल में सबसे कम इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीता है। कई लोगों का मानना है कि अगर वह फिर से चुनाव लड़ने का फैसला करती हैं, तो उन्हें 2028 के डेमोक्रेटिक पार्टी के नामांकन के लिए कड़ी चुनौती मिल सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- नजरों से ओझल नहीं हूंगा
अमेरिका में आमतौर पर पूर्व राष्ट्रपति समकालीन राजनीति पर सार्वजनिक टिप्पणियों से दूर रहते हैं। हालांकि बाइडेन ने कहा कि वह बाकी राष्ट्रपतियों के उलट राजनीति को लेकर अपने विचार रखते रहेंगे। बाइडेन ने कहा कि वे नजरों से ओझल नहीं होंगे। 2020 के चुनाव में ट्रम्प को हराने वाले जो बाइडेन ने 2024 के चुनाव के लिए भी डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी जीत ली थी। हालांकि पार्टी के तरफ से नामांकन की घोषणा होने से पहले उन्होंने राष्ट्रपति पद की रेस से हटने का फैसला कर लिया था। दरअसल जून में बाइडेन और ट्रम्प के बीच डिबेट हुई थी जिसमें बाइडेन का प्रदर्शन बहुत बुरा रहा था। इसके बाद उनकी उम्मीदवारी पर सवाल खड़े होने लगे थे और उनकी उम्र का हवाला देते हुए उन्हें राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने का दबाव बनाया जाने लगा था। 3 दिन पहले एक अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बाइडेन ने यह भी कहा था कि उन्हें अभी भी लगता है कि वे ट्रम्प को हरा सकते थे लेकिन उन्हें यकीन नहीं था कि वे दूसरा कार्यकाल पूरा कर पाते। बाइडेन का इशारा शायद उनकी बढ़ती उम्र को लेकर था।