Wednesday, December 25, 2024
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बांग्लादेश- हिंदुओं में दहशत, 30 गिरफ्तार:कट्टरपंथी खुलेआम हथियार लहरा रहे; जमात की बैठकों के बाद हिंसा बढ़ने की आशंका

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बांग्लादेश में हिंदुओं पर दमन का दूसरा दौर शुरू हो गया है। इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय प्रभु की कोर्ट में पेशी के दौरान भड़की हिंसा में वकील सैफुल की मौत के बाद चटगांव में पुलिस लगातार गिरफ्तारियां कर रही है। हिंदू बहुल हजारीलेन और कोतवाली इलाके से बुधवार देर रात 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से छह पर वकील की हत्या जबकि बाकी पर तोड़फोड़ और हिंसा भड़काने का आरोप लगा है। छापेमारी के डर से हिंदू बस्तियों में दहशत है। इस बीच बांग्लादेश हाईकोर्ट में बुधवार को इस्कॉन को बैन करने की याचिका दायर की गई है। इस पर सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल असद्दुजमां ने कहा, ‘इस्कॉन एक रजिस्टर्ड संस्था है। सरकार इस्कॉन की गतिविधियों के बारे में पहले से जांच कर रही है। कोई भी संस्था कानून-व्यवस्था उल्लंघन की दोषी पाई जाती है तो उसे निश्चित रूप से बैन किया जाएगा।’ हाईकोर्ट की बेंच ने इस्कॉन की गतिविधियों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट गुरुवार को पेश करने के आदेश दिए हैं। छापेमारी में कट्‌टरपंथी युवा भी शामिल, ये पुलिस को हिंदुओं के घरों के बारे में बता रहे चटगांव के हिंदू बहुल इलाके में रहने वाले बिष्णु (बदला हुआ नाम) ने फोन पर बताया कि मंगलवार रात से ही पुलिस छापे मार रही है। पुलिस के साथ कट्‌टरपंथी संगठनों के युवा भी हैं। ये लोग घरों को चिन्हित कर पुलिस को बता रहे हैं कि कहां छापे मारने हैं। बिष्णु का कहना है कि हसीना सरकार गिरने के बाद इन कट्‌टरपंथियों के निशाने पर अवामी लीग के लोग थे। अब जबकि नई सरकार ने हसीना की अवामी लीग को लगभग खत्म कर दिया है, तो ये हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। चटगांव के हजारीलेन में रहने वाले एक युवक ने बताया कि ये कट्‌टरपंथी युवा खुलेआम हथियार लहरा रहे थे। इनका हुजूम धार्मिक नारों के साथ हिंदुओं से बदला लेने की धमकी भी दे रहा था। जमात-बीएनपी की बैठकें, हिंसा बढ़ने की आशंका
बांग्लादेश में बुधवार को जमात-ए-इस्लामी और पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की कई शहरों में आपात बैठकें हुईं। सूत्रों के अनुसार, चटगांव प्रकरण को लेकर इन पार्टियों ने जवाबी कार्रवाई की रणनीति बनाई है। इसमें हिंदू बहुल इलाकों में हमले करना शामिल है। बताया जा रहा है कि यूनुस सरकार पर ये संगठन कड़ी कार्रवाई करने के लिए दबाव के क्रम में और गिरफ्तारियों की मांग करेंगे। इससे हिंसा बढ़ने की आशंका है। वहीं, बांग्लादेश हाई कोर्ट ने बुधवार को ही खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी कर दिया। 79 साल की जिया को अनाथालय ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में स्पेशल कोर्ट ने पांच साल सुनाई थी, जिसके बाद उन्हें साल 2018 में ढाका सेंट्रल जेल भेज दिया गया। 30 अक्टूबर 2018 को हाई कोर्ट ने उनकी सजा को बढ़ाकर 10 साल कर दिया था। बाद में उन्हें जिया चैरिटेबल ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराते हुए सात साल की भी सजा सुनाई गई थी। पहली बार 4 इस्लामी पार्टियों के 20 प्रतिनिधि चीन के आधिकारिक दौरे पर गए
हिंसा के नए दौर के बीच एक बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। चार इस्लामी पार्टियों जमात-ए-इस्लामी, इस्लामी छात्र शिबिर, हिफाजत-ए-इस्लाम और खिलाफत मजलिस के 20 से ज्यादा प्रतिनिधि बुधवार को चीन दौरे पर रवाना हुए। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने पहली बार इस्लामी पार्टियों को न्योता दिया है। ————————————————— हिंदुओं पर हमले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… बांग्लादेश बोला-चिन्मय की गिरफ्तारी पर भारत का बयान बेबुनियाद, कहा-तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया बांग्लादेश में इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी पर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान पर बांग्लादेश का भी जवाब आया है। बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा- ये बेहद दुख की बात है कि चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को कुछ लोगों ने गलत तरीके से पेश किया है। पूरी खबर पढ़ें…

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