फाइटर-जेट तेजस बनाने वाली कंपनी HAL का मुनाफा 8% घटा:रेवेन्यू 7% घटकर 13,700 करोड़ रुपए रहा, कंपनी का शेयर एक साल में 17% चढ़ा
फाइटर जेट तेजस और ध्रुव हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी HAL को वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 3,977 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 8% घटा है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 4,309 करोड़ रुपए था। जनवरी-मार्च तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 13,700 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 14,769 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर यह 7.23% घटा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। HAL ने आज मंगलवार (13 मई) को जनवरी-मार्च तिमाही और सालाना नतीजे जारी किए हैं। HAL की टोटल इनकम 6.36% घटी चौथी तिमाही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की टोटल इनकम सालाना आधार पर 6.36% घटकर 14,351 करोड़ रुपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम 15,326 करोड़ रुपए रही थी। क्या कंपनी के नतीजे उम्मीद से अच्छे हैं? वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का मुनाफा मार्केट विश्लेषकों की उम्मीद से कम रहा है, यानी कंपनी ने इस बार बेहतर काम नहीं किया है। FY25 की चौथी तिमाही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का मुनाफा 8% घटा सालाना आधार पर तिमाही आधार पर नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में हैं। FY 2024 के मुकाबले 2025 में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का मुनाफा 10% बढ़ा नोट: आंकड़े करोड़ रुपए में है। इस साल में अब तक शेयर का परफॉर्मेंस कैसा रहा? HAL का शेयर आज 3.68% की तेजी के साथ 4,779.50 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर एक महीने में 14% और 6 महीने में 16.94% चढ़ा है। एक साल में कंपनी का शेयर 17.30% चढ़ा है। HAL का मार्केट कैप 3.18 लाख करोड़ रुपए है। कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट या सेगमेंट का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस दिखाया जाता है। जबकि, कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी का डेटा जारी होता है। मिलिट्री-सिविल मार्केट के लिए एयरक्राफ्ट बनाती है कपंनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड भारत सरकार के स्वामित्व वाली एक एयरोस्पेस और डिफेंस कंपनी है। कंपनी मिलिट्री और सिविल मार्केट के लिए एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, एवियोनिक्स और संचार उपकरण डेवलप, डिजाइन, मैन्युफैक्चर और सप्लाई करती है। यह इंडियन एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, इंडियन नेवी, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन, इंडियन कोस्ट गार्ड, इसरो, मॉरीशस पुलिस फोर्स, बोइंग और एयरबस इंडस्ट्रीज को सर्विस देती है। HAL का हेडक्वार्टर कर्नाटक के बेंगलुरु में है। हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट और एयरोनॉटिक्स इंडिया से मिलकर बनी HAL 23 दिसंबर 1940 को वालचंद हीराचंद ने तत्कालीन मैसूर सरकार के सहयोग से हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड की स्थापना बैंगलोर में की थी। मार्च 1941 में भारत सरकार कंपनी में शेयरधारकों में से एक बन गई और बाद में 1942 में इसका मैनेजमेंट अपने हाथ में ले लिया। जनवरी 1951 में कंपनी को भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा गया। इस बीच, अगस्त 1963 में लाइसेंस के तहत मिग-21 एयरक्राफ्ट का निर्माण करने के लिए एयरोनॉटिक्स इंडिया लिमिटेड (AIL) को भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी के रूप में बनाया गया। दो कंपनियों यानी हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड और एयरोनॉटिक्स इंडिया लिमिटेड को 1 अक्टूबर 1964 को मिलाकर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) बनाई गई।