नहीं सुलझ रही नंबर-3 की समस्या…:इस पोजीशन पर 7 देशों का बैटिंग औसत टीम इंडिया से बेहतर
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया है। सीरीज में अब तक खेले गए सभी तीन मैचों में टीम इंडिया ज्यादातर समय मेजबान टीम से आगे रही है। इसमें सबसे अहम योगदान हमारी बल्लेबाजी का रहा है, जिसने इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में खूब रन बनाए हैं। बावजूद इसके तीन मैचों के बाद भारत सीरीज में 1-2 से पिछड़ रहा है। इस बीच, भारतीय टीम की सबसे बड़ी समस्या नंबर-3 पर बल्लेबाजी रही है। इस दौरे पर नंबर-3 के बैटर को छोड़कर भारत के टॉप-7 बैटिंग पोजीशन पर कम से कम एक अर्धशतक है। टेस्ट क्रिकेट में नंबर-3 बैटर का योगदान इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसी पोजीशन पर जीत में सर्वाधिक 399 शतक लगे हैं। इंग्लैंड दौरे पर नंबर-3 पर करुण नायर और साई सुदर्शन
इंग्लैंड दौरे पर भारत के लिए साई सुदर्शन और करुण नायर ने इस पोजीशन पर बल्लेबाजी की है। लेकिन दोनों ही बैटर फ्लॉप साबित हुए और कोई भी बैटर एक भी बार 40 का आंकड़ा पार नहीं कर सका है। हालांकि, नंबर-3 बैटर की समस्या भारत के लिए कोई नई बात नहीं है। इस दशक की शुरुआत से यानी कि 2020 से हमारे नंबर-3 बैटर का औसत दुनिया में आठवें नंबर पर है। पिछले पांच सालों में हमने इस पोजीशन पर 11 बल्लेबाजों को आजमाया है। लेकिन 52 मैचों में उन्होंने 30.83 की औसत से रन बनाए हैं। इस मामले में हम सिर्फ बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, आयरलैंड और वेस्टइंडीज से बेहतर हैं। करुण के दो 40+ के बीच पुजारा के 4000 रन
भारत के नंबर-3 करुण नायर ने करियर के 9 टेस्ट में 505 रन बनाए हैं। 303 रन एक ही पारी में आए थे। पुजारा की जगह लेने की कोशिश में लगे करुण करियर में सिर्फ 2 बार 40+ तक पहुंचेे हैं। उनके इन दो 40+ स्कोर के बीच में पुजारा ने 3939 टेस्ट रन बनाए हैं। इंग्लैंड दौरे पर हमारा सबसे खराब औसत नंबर-3 पोजीशन का ही
इंग्लैंड दौरे पर नंबर-3 पोजीशन पर बल्लेबाजी करने वाले करुण नायर और साई सुदर्शन दोनों बैटर फ्लॉप साबित रहे हैं। सीरीज के पहले मैच में सुदर्शन ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन वे पहली पारी में शून्य और दूसरी पारी में 30 रन बना सके।
उन्हें सिर्फ एक मौके के बाद टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इसके बाद अगले दो मुकाबलों में करुण ने इस पोजीशन की जिम्मेदारी संभाली। लेकिन वह भी चार पारियों में सिर्फ 111 रन बना सके। इस सीरीज में हमारे टॉप-7 बैटर्स में नंबर-3 का औसत सबसे खराब 23.5 का रहा है। द्रविड़ के बाद पुजारा ने उठाया जिम्मा, लेकिन उनके बाद कौन?
इस सदी में टेस्ट के 2 सबसे बेहतरीन बैटर्स ने टीम इंडिया में नंबर-3 की जिम्मेदारी निभाई। ये दोनों बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा रहे। इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा किसी ने भी इस पोजीशन पर 50 टेस्ट मैच नहीं खेले।
द्रविड़ ने इस पोजीशन पर 135 टेस्ट मैचों में 53.30 की औसत से 10501 रन बनाए। उनके संन्यास के बाद पुजारा ने इस पोजीशन पर बल्लेबाजी का जिम्मा उठाया और 95 टेस्ट मैचों में 44.41 की औसत से 6529 रन बनाए। हालांकि, पुजारा को ड्रॉप करने के बाद से टीम इंडिया को अभी तक इस पोजीशन पर कोई भरोसेमंद खिलाड़ी नहीं मिला है। शुभमन गिल के नंबर-4 पर जाने से कमजोरी फिर उजागर हुई
खराब फॉर्म के चलते पुजारा को बाहर किए जाने के बाद शुभमन ने नंबर-3 पर खेलना शुरू किया। उन्होंने जुलाई 2023 से जनवरी 2025 के बीच इस पोजीशन पर 16 मैचों में 37.38 की औसत से 972 रन बनाए। इस पोजीशन पर पिछले पांच साल में लगे चार में तीन शतक गिल ने जड़े। लेकिन कोहली के संन्यास के बाद वे नंबर-4 पर चले गए। इसके चलते दोबारा से भारतीय टीम की यह परेशानी उजागर हो गई।