टेस्ला ने मुंबई में ऑफिस लीज पर लिया:पहले शोरूम के लिए स्पेस ली थी, ये भारत में कंपनी की जल्द एंट्री का संकेत
इलॉन मस्क की टेस्ला ने मुंबई में एक ऑफिस लीज पर लिया है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने फीनिक्स मार्केट सिटी में एक को-वर्किंग फैसिलिटी के भीतर 30 सीटों वाला वर्कस्पेस लिया है। इसके लिए उसे 3 लाख रुपए महीने का पेमेंट करना होगा। इससे पहले टेस्ला ने बीकेसी में अपने नए शोरूम के लिए 3.87 करोड़ रुपए की एनुअल फीस पर 4,003 वर्ग फीट जगह लीज पर ली थी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि टेस्ला की भारत में एंट्री बहुत नजदीक है। ईवी प्लांट के लिए टेस्ला की राज्य सरकारों से बात कंपनी पहले से ही तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्य सरकारों के साथ 2 बिलियन डॉलर तक के निवेश के साथ अपना ईवी प्लांट स्थापित करने के लिए बातचीत कर रही है। टेस्ला ने भारतीय ग्राहकों की रिजर्वेशन फीस वापस की उधर, टेस्ला इंक उन भारतीय ग्राहकों की रिजर्वेशन फीस वापस कर रही है जिन्होंने इसके मॉडल 3 को प्री-बुक किया था। टेस्ला ने मॉडल 3 स्टैंडर्ड रेंज RWD वर्जन को बंद कर दिया है। कंपनी अब मॉडल 3 लॉन्ग रेंज को सबसे किफायती विकल्प के रूप में पेश करती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में बुकिंग कराने वाले ग्राहकों को कंपनी ने ईमेल भेजा है: “हम फिलहाल आपकी रिजर्वेशन फीस अभी के लिए वापस करना चाहते हैं। जब हम भारत में अपनी पेशकश को अंतिम रूप देंगे, तब हम फिर से आपसे संपर्क करेंगे। हमें उम्मीद है कि जब हम आपके देश में लॉन्च और डिलीवरी के लिए तैयार होंगे, तब आप हमारे साथ फिर जुड़ेंगे। तेजी से ग्रो कर रहा भारत का ईवी मार्केट टेस्ला ऐसे समय में भारत में प्रवेश कर रही है जब देश में ईवी फोर व्हीलर सेगमेंट में भारी वृद्धि देखी जा रही है। पिछले साल ही भारत में 1.47 लाख फोर व्हीलर ईवी रजिस्टर किए गए, जो 2023 में रजिस्टर 73,000 से दोगुने से भी अधिक है। भारत में टाटा, टोयोटा, एमजी मोटर्स से मुकाबला कंपनी का भारत में टाटा मोटर्स, टोयोटा और एमजी मोटर्स के साथ मुकाबला होगा, जो पिछले साल इस क्षेत्र में टॉप 3 मार्केट लीडर्स के रूप में उभरी है। वियतनामी ईवी मैन्युफैक्चरर विनफास् भीट भारत में अपने 2 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ इस साल जून तक अपना तमिलनाडु प्लांट खोलने के लिए तैयार है। अब तक भारत में एंट्री क्यों नहीं मिली थी टेस्ला और भारत सरकार के बीच लंबे समय तक इंपोर्ट ड्यूटी की वजह से बात नहीं बन पा रही थी। कंपनी का मानना था कि भारत में बहुत ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी है। दूसरी तरफ सरकार का EV पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ करने या कमी करने का कोई इरादा नहीं था। सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट ड्यूटी पर रियायत देने पर विचार किया जाएगा। मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा। वहीं मस्क ने कहा था कि टेस्ला ऐसी किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी, जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है। अब भारत ने हाल फिलहाल में ही 40,000 डॉलर (करीब 35 लाख रुपए) से ज्यादा कीमत वाली कारों पर इंपोर्ट ड्यूटी 110% से घटाकर 70% कर दी। इस फैसले से टेस्ला के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन गईं। इसके अलावा मस्क और मोदी की मुलाकात ने इसमें मदद की। भारत में बजट सेगमेंट की कार लाएगी टेस्ला रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी यहां सबसे किफायती EV उतारने की तैयारी में है। इसकी कीमत 25 हजार डॉलर (21.71 लाख रुपए) हो सकती है। यह कौन-सा मॉडल होगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, EV कार को लेकर भारत की मौजूदा इंपोर्ट पॉलिसी हिसाब से 21 लाख रुपए की कार भारतीय बाजार में 36 लाख रुपए तक हो सकती है।