Sunday, April 20, 2025
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टेलीग्राम CEO की गिरफ्तारी पर मस्क बोले:जुकरबर्ग को भी पकड़ो, इंस्टाग्राम पर बच्चों का शोषण हो रहा; रूस बोला- हमने डुरोव को चेताया था

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टेस्ला चीफ इलॉन मस्क ने मेटा CEO मार्क जुकरबर्ग पर इंस्टाग्राम पर बाल शोषण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने रविवार को सोशल मीडिया पर कहा कि अगर सरकार टेलीग्राम CEO पावेल डुरोव की गिरफ्तारी को सही मानती है तो फिर जुकरबर्ग आजाद कैसे हैं? मस्क ने कहा कि इंस्टाग्राम पर बाल शोषण की बड़ी समस्या है। उन पर भी वैसे ही आरोप हैं जैसे डुरोव पर हैं; लेकिन अब तक जुकरबर्ग की गिरफ्तारी नहीं हुई है, क्योंकि वह सरकार के आगे झुक चुके हैं। वह उन्हें बैकडोर से जरूरी डेटा पहुंचाते हैं और बोलने की आजादी को सेंसर करते हैं। मस्क ने डुरोव की रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ इसी तरीके से चलता रहा तो फिर 2030 तक यूरोप में मीम शेयर करने पर भी फांसी दी जाने लगेगी। फरवरी में जुकरबर्ग ने माफी मांगी थी
मस्क ने जुकरबर्ग के खिलाफ जिस बाल शोषण कांड का जिक्र किया है उसी सिलसिले में फरवरी में मेटा CEO ने अमेरिकी संसद में पीड़ित परिवारों से माफी मांगी थी। दरअसल मेटा पर अमेरिका में कई केस हुए हैं। इंस्टाग्राम पर आरोप हैं कि वह बच्चों के सुसाइड और शोषण को बढ़ावा दे रहा है। इसके अलावा कई राज्यों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साइकोलॉजिकल मैनिपुलेशन क्रिएट करने का आरोप लगाया है। इसकी वजह से बच्चों को इंस्टाग्राम और फेसबुक की आदत पड़ रही है। डुरोव दोषी हुए तो 20 साल जेल में रहना होगा
इससे पहले डुरोव को शनिवार को पेरिस के बाहर बॉर्गेट एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था। वे अपने प्राइवेट जेट से वहां पहुंचे थे। पावेल के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। पावेल पर कंटेंट मॉडरेटशन में नाकाम रहने का आरोप है। इससे मैसेजिंग ऐप पर क्रिमिनल्स एक्टिविटीज को बेरोकटोक जारी रखने की परमिशन मिली। कंटेंट मॉडरेशन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से आपत्तिजनक या हानिकारक कंटेंट को देखने और उसे हटाने का प्रोसेस है। डुरोव आतंकवाद, ड्रग्स, धोखाधड़ी, मनी लॉन्डरिंग, चाइल्ड पोर्नोग्राफी समेत कई आरोपों को लेकर कोर्ट में पेश होंगे। डुरोव अगर दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 20 साल तक की सजा हो सकती है। रूस के जुकरबर्ग कहे जाते हैं डुरोव, 22 साल में बनाया सोशल मीडिया ऐप
रूस में जन्मे ड्यूरोव ने अपने भाई के साथ मिलकर 2013 में टेलीग्राम की स्थापना की थी। उन्हें रूस का जुकरबर्ग भी कहा जाता है। रूसी सरकार उनसे रूसी जनता से जुड़ा डेटा मांग रही थी जिससे परेशान होकर उन्होंने 2014 में देश छोड़ दिया था और सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता हासिल कर ली थी। शुरुआती कुछ साल में डुरोव ने कई देशों में सफर किया। उन्होंने 2017 में दुबई में अपना हेडक्वार्टर स्थापित किया। डुरोव ने 2021 में फ्रांसीसी नागरिकता हासिल की थी। अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि उन्होंने रूसी नागरिकता छोड़ी है या नहीं। रूस बोला- डुरोव को मदद मिलनी चाहिए।
रूस के कुछ अधिकारियों ने डुरोव की गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश अभिव्यक्ति की आजादी के मामले में दोहरा रवैया रखते हैं। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि जब हमने 2018 में टेलीग्राम को बंद किया था तब ह्यूमन राइट्स वॉच, एमनेस्टी इंटरनेशनल, फ्रीडम हाउस जैसे 26 संगठनों ने इसकी निंदा की थी। लेकिन अब डुरोव की गिरफ्तारी के बाद किसी ने भी इसकी निंदा नहीं की है। रूस ने 2020 में टेलीग्राम पर से बैन हटा दिया था। इस बीच पेरिस स्थित रूसी दूतावास ने डुरोव की गिरफ्तारी के बाद फ्रांसीसी अधिकारियों पर मदद न करने का आरोप लगाया है। रूसी दूतावास ने कहा कि डुरोव के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए और उन्हें राजनयिक पहुंच हासिल होनी चाहिए। डुरोव की गिरफ्तारी की खबर पर पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदेवदेव ने कहा कि उन्होंने रूस से भागने के बाद ये गलत सोचा था कि उनका विदेशों में स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डुरोव को उन्होंने पहले भी कहा था कि यदि उन्होंने कानून का सहयोग नहीं किया तो उन्हें दूसरे देशों में भी समस्या आएगी। टेलीग्राम के CEO पावेल डुरोव फ्रांस में गिरफ्तार:क्रिमिनल कंटेंट रोकने में नाकाम होने का आरोप, कभी आतंकवादियों की पहली पसंद था ऐप इंस्टेंट मैसेजिंग और कम्युनिटी ऐप टेलीग्राम के फाउंडर और CEO पावेल डुरोव को पेरिस के बाहर बॉर्गेट एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया है। फ्रांस की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डुरोव अपने प्राइवेट जेट से वहां पहुंचे थे। पावेल के खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें… मेगा एंपायर- रूस से भागकर खड़ी की Telegram:कभी आतंकवादियों की पहली पसंद था; आज 95 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर 2013 में लॉन्च हुए टेलीग्राम को दुनिया भर में 100 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। भारत, इंडोनेशिया और रूस में सबसे ज्यादा टेलीग्राम इंस्टॉल हुए हैं। 2022 में रूस से जंग छिड़ने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने देश को संबोधित करने के लिए टेलीग्राम पर भरोसा किया था। ISIS जैसे आतंकवादी संगठनों के लिए भी टेलीग्राम पहली पसंद रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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