टीवी एक्ट्रेस अनीता हसनंदानी का छलका दर्द:बोलीं- मदरहुड और काम के बीच बैलेंस बनाना मुश्किल, बच्चे को घर पर छोड़ना बुरा लगता है
अनीता हसनंदानी, जो टीवी की दुनिया में एक पॉपुलर नाम हैं, ने अपने बेटे आरव के लिए काम से ब्रेक लिया। इस दौरान उनके मन में खुशी और नई उम्मीदें थीं। मां बनने की जिम्मेदारी के साथ, उन्होंने मां के गिल्ट और अपने पैशन को निभाने की जरुरत को समझा। हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, अनीता अपने अनुभव और स्ट्रगल के बारे में बातचीत की। काम से ब्रेक मैंने अपने बेटे आरव के लिए लिया: मैंने 16 साल तक इस इंडस्ट्री में काम किया है। जब मैंने ब्रेक लेने का सोचा, तो मेरे मन में कई बातें चल रही थीं। मुझे लगा कि यह सही टाइम है, और यह कदम उठाना जरूरी है। जब मैंने यह फैसला किया, तो दिल में खुशी थी क्योंकि मैं यह ब्रेक अपने बेटे आरव के लिए ले रही थी। यह समय मेरे लिए बहुत खास था, जहां मैंने अपने बच्चे के साथ बिताने के लिए खुद को फुली डेडिकेट किया। इस दौरान मैंने कभी अपने काम को मिस नहीं किया। चार साल आरव के साथ बिताने का अनुभव, उसकी हंसी, और उसके पहले शब्द; ये सब मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण थे। आज भी उन पलों को याद करके मुस्कुराती हूं। वो मेरे जीवन का एक खूबसूरत हिस्सा है। मॉम गिल्ट सच में होता है: फिर से काम पर लौटना मेरे लिए काफी मुश्किल था। कोविड के समय सब कुछ नाजुक था, और मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी नए सफर पर जा रही हूं। नए माहौल में वापस आना और खुद को फिर से साबित करना एक चुनौती थी। मॉम गिल्ट सच में होता है, वो मेरे लिए बहुत भारी था। लेकिन जब मुझे ‘सुमन इंदौरी’ शो मिला, तो मुझे एक नई उम्मीद मिली। यह एक खूबसूरत रोल था और मुझे बेहतरीन टीम के साथ काम करने का मौका मिला। जब मैं पहले दिन सेट पर गई, तो मन में उम्मीदें थीं, और सब कुछ बहुत अच्छा रहा। मैंने महसूस किया कि मैंने अपनी ताकत फिर से पा ली है। जब मैं सेट पर होती हूं, तो आरव के बिना बहुत खालीपन लगता है: पर्सनल और प्रोफेशनल बैलेंस बनाना बहुत मुश्किल होता है। एक तरफ मेरा काम है, और दूसरी तरफ मेरा बेटा आरव। मैं रोज आरव को याद करती हूं, और जब मैं सेट पर होती हूं, तो उसके बिना मुझे बहुत खालीपन लगता है। डेली सोप का काम करना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यह मेरा चुनाव है, और मैं इसे करना चाहती हूं। कभी-कभी, मैं आरव को सेट पर बुलाती हूं ताकि उसे देख सकूं। जब वो मेरे पास होता है, तो सब कुछ ठीक लगता है। लेकिन जब वह नहीं होता, तो मेरा दिल बहुत खाली सा लगता है। मैं अपने काम को भी बहुत पसंद करती हूं, और यह मेरी एक कठिन जर्नी है। मैं दिन-प्रतिदिन समझने की कोशिश कर रही हूं कि मुझे क्या चुनना है और कैसे आगे बढ़ना है। शो में अब तक का अनुभव काफी इमोशनल: अब तक का अनुभव बहुत ही रोमांचक और इमोशनल रहा है। देविका के किरदार के लिए मुझे बहुत कुछ करना है, और जब मैं इस किरदार में डूबती हूं, तो कई बार लगता है कि मैं खुद को खो देती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं किसी किरदार के लिए क्रिएटर से कहूंगी, ‘यार, इतने लेयर्स हैं, मैं कन्फ्यूज्ड हो रही हूं।’ लेकिन इस किरदार के साथ, मैं पूरी तरह से जी रही हूं। मुझे इस रोल को निभाते हुए सच में बहुत खुशी मिलती है। यह मेरे लिए सिर्फ एक किरदार नहीं है, बल्कि मेरे जीवन के कुछ सबसे खूबसूरत पलों का हिस्सा है।