झोपड़ी के बांस पर लटकी मिली चार लाशें, आखिर पूर्णिया में छठ के दिन ऐसा क्या हुआ? एक रात में मां और तीन बच्चों की मौत
बिहार सहित जहां पूरे देश में छठ का पर्व मनाया जा रहा है। वहीं बिहार के पूर्णिया में एक दर्दनाक घटना घटी है। जहां एक 32 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चों के शव उनकी झोपड़ी के अंदर लटके मिले। झोपड़ी जिस बांस पर टिकी हुई थी उसी पर दो लड़के और दो लड़कियों सहित उनकी मां की लाश लटकी हुई थी। झोपड़ी के अंदर लाशों को देखकर पूरा गांव सहम गया। हर कोई जानना चाहता है आखिर यह कैसे हुआ। मौके पर पहुंची ने जांच शुरू कर दी है।
इसे भी पढ़ें: Hemant Soren ने BJP को बताया झूठ और नफरत का शोरूम, निशिकांत दुबे का पलटवार, कहा- JMM चोरों की पार्टी और हेमंत इसके सरदार
झोपड़ी के अंदर महिला और उसके तीन बच्चों के शव लटके मिले
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि बिहार के पूर्णिया जिले में एक दुखद घटनाक्रम में 32 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चों के शव उनकी झोपड़ी के अंदर लटके मिले। जानकारी के अनुसार, घटना रौता थाना क्षेत्र के किलापारा गांव में हुई। अधिकारी ने बताया कि महिला और उसके तीन बच्चे – दो लड़के और एक लड़की – बुधवार देर रात अपनी झोपड़ी में बांस के खंभे से साड़ी के सहारे लटके मिले। मृतकों की पहचान बबीता देवी (32), उनकी बेटी रिया (8) और दो बेटों सूरज कुमार (5) और सुजीत कुमार (3) के रूप में हुई है। ग्रामीणों के अनुसार, मृतक महिला का पति रवि शर्मा घटना के समय घर पर नहीं था।
मानसिक बीमारी से पीड़ित थी महिला
घटना के बारे में जानकारी देते हुए बैसी अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) आदित्य कुमार ने कहा, “घटना का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।” हालांकि, नाम न बताने की शर्त पर एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों ने दावा किया है कि महिला मानसिक बीमारी से पीड़ित थी।
इसे भी पढ़ें: राज ठाकरे के लाउडस्पीकर वाले बयान पर भड़के अबू आजमी, नफरत के पुजारियों की खत्म होनी चाहिए राजनीति
गंगा में डूबे तीन बच्चे
इससे पहले 5 नवंबर को बिहार के भागलपुर जिले में एक ही परिवार के तीन बच्चे डूब गए थे, जिसमें एक लड़की भी शामिल थी। यह घटना पीरपैंती इलाके में हुई थी। परिवार के छह सदस्य आगामी छठ उत्सव की तैयारियों को देखने के लिए बड़ी मोहनपुर घाट गए थे, जहां वे बह गए। उनमें से तीन को बचा लिया गया, जबकि 10-15 साल की उम्र के तीन अन्य डूब गए।