चीन बॉर्डर विवाद पर भारत से बातचीत को तैयार:कहा- भारत के साथ जटिल सीमा विवाद है, इसे हल होने में वक्त लगेगा
चीन ने सोमवार को कहा कि भारत के साथ सीमा विवाद जटिल है और इसे हल होने में वक्त लगेगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ सीमा के निर्धारण (डिलिमिटेशन) पर बातचीत करने की इच्छा जाहिर की। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा- चीन और भारत ने सीमा विवाद के लिए खास सिस्टम डेवलप किया है। दोनों देशों के बीच अलग-अलग लेबल पर डिप्लोमेटिक और मिलिट्री कम्युनिकेशन सिस्टम मौजूद है। मंत्रालय ने आगे कहा कि चीन बॉर्डर निर्धारण जैसे मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत बनाए रखने और बॉर्डर इलाकों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए तैयार है। हम क्रॉस बॉर्डर सहयोग को बढ़ावा देना चाहते हैं। चीन बोला- उम्मीद है भारत साथ मिलकर काम करता रहेगा चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग से पूछा गया कि दोनों देशों के 23 बार स्पेशल प्रतिनिधि वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब भी सीमा विवाद बना हुआ है। इस पर माओ निंग ने कहा- सीमा विवाद जटिल है और इसे सुलझाने में समय लगेगा। अच्छी बात यह है कि दोनों देशों ने बातचीत के लिए कई सिस्टम डेवलप किए हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भारत भी चीन के साथ मिलकर काम करेगा और बॉर्डर इलाकों में शांति बनाए रखेगा। भारत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने पिछले साल दिसंबर में बीजिंग दौरे पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच 23वें दौर की स्पेशल प्रतिनिधि वार्ता की थी। इस बैठक में अक्टूबर 2024 के समझौते को लागू करने की पुष्टि की गई, जिसके तहत बॉर्डर इलाके में गश्त और चराई की इजाजत दी थी। राजनाथ सिंह हाल ही में चीन दौरे पर पहुंचे थे भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में 26 जून को किंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के दौरान चीनी रक्षामंत्री डोंग जुन से मिले थे। इस दौरान राजनाथ सिंह ने सुझाव दिया कि भारत और चीन को एक व्यवस्थित रोडमैप के तहत जटिल सीमा मुद्दों को हल करना चाहिए। इसमें बॉर्डर पर तनाव कम करने और बॉर्डर निर्धारण के मौजूदा सिस्टम को आगे बढ़ाने पर बात की थी। इस वार्ता का मुख्य फोकस LAC पर शांति और स्थिरता बनाए रखने पर था।