घंटों मोबाइल में खोया रहता है बच्चा? हो सकती है गंभीर बीमारी! यहां है समाधान..
बोकारो सदर अस्पताल में मोबाइल एडिक्शन से पीड़ित बच्चों के लिए विशेष ओपीडी सेवा शुरू की गई है, जहां काउंसलिंग और दवाइयां मुफ्त मिलेंगी. बिहेवियर थेरेपी और टॉक थेरेपी से बच्चों का इलाज किया जा रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल एडिक्शन एकाग्रता की कमी और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.