क्या होती है “ग्राउंडिंग”? क्या सच में पृथ्वी से मिलती है इलेक्ट्रिक एनर्जी?
डॉ. सत्येंद्र सिंह ने बताया कि ग्राउंडिंग या अर्थिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति अपने शरीर को सीधे धरती से जोड़ता है. इसका मतलब है कि व्यक्ति नंगे पैर घास, मिट्टी, रेत, या कंकड़ पर चलता है या फिर धरती के संपर्क में बैठता है. यह प्रक्रिया इस विचार पर आधारित है कि धरती की सतह में नकारात्मक चार्ज इलेक्ट्रॉन्स होते हैं.