कोई एक्ट्रेस साथ काम करना नहीं चाहती थी:मिथुन चक्रवर्ती बोले- उस वक्त सिर्फ जीनत अमान ने किया सपोर्ट, हमेशा उनका आभारी रहूंगा
मिथुन चक्रवर्ती ने हाल ही में अपने फिल्मी करियर के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में उन्हें उनके रंग के कारण काफी कुछ सहना पड़ा था। कोई भी बड़ी हीरोइन उनके साथ काम करने के लिए तैयार नहीं थी। ऐसे में जीनत अमान ने उन्हें सपोर्ट किया। दोनों ने तकदीर फिल्म में साथ काम किया। इसके बाद उनकी एक नई शुरुआत हुई। NDTV के साथ बातचीत के दौरान मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, ‘मुझे पहली ही फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। इसके बाद मैं अपने आप को सबसे बड़ा समझने लगा। मैं अपने आप को लीजेंड्री एक्टर अल पचीनो से मिलाने लगा। फिर मुझे प्रोड्यूसर्स ने हकीकत दिखाई और सभी फिल्मों से निकाल दिया। तब मुझे पता चला कि मैं गलती कर रहा था। इसके बाद मेरा स्ट्रगल शुरू हुआ।’ मिथुन ने कहा, ‘एक समय ऐसा भी था, जब मेरे साथ सभी बड़ी एक्ट्रेसेस ने काम करने से मना कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी मैंने कभी हार नहीं मानी। मैंने ठान लिया था कि अगर हारना ही है, तो मैं लड़ाई करूंगा। लेकिन ऐसे हार नहीं मनूंगा। हालांकि, फिर एक एक्ट्रेस ऐसी थीं, जिन्होंने मेरा साथ दिया, वो और कोई नहीं बल्कि जीनत अमान थीं। मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, ‘1983 में बृज सदाना फिल्म तकदीर बना रहे थे। उन्होंने तय कर लिया था कि मिथुन ही मेरा हीरो है, तो ब्रिज ने जीनत जी से कहा, देखो यह लड़का बहुत अच्छा है। जीनत जी ने कहा, यह बहुत हैंडसम है और अच्छा डांस करता है। मैं इसके साथ काम करूंगी। इसके बाद फिर मेरी नई शुरुआत हुई। धीरे-धीरे सभी बड़ी एक्ट्रेसेस ने मेरे साथ फिल्में साइन करना शुरू कर दिया। मैं हमेशा जीनत जी का आभारी रहूंगा।’ बता दें, 80 के दशक के बाद मिथुन सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते गए। 1982 की फिल्म डिस्को डांसर से उन्हें और ज्यादा प्रसिद्धि मिली। फिल्म और इसके गाने को यहां से ज्यादा रशियन कंट्रीज में पसंद किया गया। रूस जो उस वक्त सोवियत संघ के नाम से जाना जाता था, वहां फिल्म ने ताबड़तोड़ कमाई की थी। …………………………………… इस खबर से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड:प्लास्टर बांधकर दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड लेने पहुंचे मिथुन चक्रवर्ती, कांतारा फेम ऋषभ शेट्टी को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को 70वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड दिए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को अवॉर्ड और सम्मान दिया। मिथुन चक्रवर्ती को इस साल फिल्म जगत के सबसे गौरवपूर्ण दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वो हाथ में प्लास्टर पहने अवॉर्ड सेरेमनी का हिस्सा बने। उनकी फिल्मों की यादगार झलक दिखाए जाने के बाद उनके नाम की अनाउंसमेंट हुई। पूरी खबर पढ़े…